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सीएससी संचालक पारदर्शी तरीके से करें आर्थिक गणना

आर्थिक गणना के लिए आंकड़े जुटाने प्रमाणीकरण रिपोर्ट तैयार करने प्रचार-प्रसार के लिए आइटी आधारित डिजिटल प्लेट फार्म का प्रयोग कर मोबाइल एप के माध्यम से किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 11:53 PM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 11:53 PM (IST)
सीएससी संचालक पारदर्शी तरीके से करें आर्थिक गणना
सीएससी संचालक पारदर्शी तरीके से करें आर्थिक गणना

देवरिया : विकास भवन के गांधी सभागार में शुक्रवार को कामन सर्विस केंद्र (सीएससी) संचालकों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें सातवीं आर्थिक गणना को पारदर्शी तरीके से कराने पर जोर दिया गया।

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कार्यशाला में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि सातवीं आर्थिक गणना सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 2019 से कराई जा रही है। आर्थिक गणना कार्य के लिए एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की गई है। आर्थिक गणना के लिए आंकड़े जुटाने, प्रमाणीकरण रिपोर्ट तैयार करने, प्रचार-प्रसार के लिए आइटी आधारित डिजिटल प्लेट फार्म का प्रयोग कर मोबाइल एप के माध्यम से किया जाएगा।

क्षेत्रीय कार्यकारी अधिकारी अमित त्रिपाठी ने कहा कि आर्थिक गणना में परिवारों के उद्यम, गैर-जोत कृषि, गैर-कृषि क्षेत्र में वस्तुएं व सेवाएं के उत्पादन के वितरण की गणना की जाएगी। इसके लिए 400 सुपरवाइजर व 1200 प्रगणकों का सहयोग लिया जा रहा है, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को परियोजना का नोडल बनाया गया है। यह गणना प्रत्येक पांच वर्ष में होगी। अब तक 12 ग्राम पंचायतों का सर्वे कार्य पूर्ण हो गया है। इस दौरान जिला प्रबंधक सुधीर जायसवाल, जिला कोआर्डिनेटर अवधेश कुशवाहा, ऋषिकेश सिंह के अलावा अन्य सुपरवाइजर व प्रगणक मौजूद रहे।


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