पहले भी फर्जी इंस्पेक्टर के मामले आए हैं सामने
पुलिस की जांच में फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर की कलई खुलेगी। एक साल पहले भी कुछ दुकानों पर फर्जी इंस्पेक्टर के कारनामें सामने आए थे।
देवरिया: देवरिया में पकड़ा गया फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर मूल रूप से गोरखपुर जनपद का निवासी है। उसका दावा है कि वह अपने पिता की जगह पर मत्स्य विभाग में नौकरी पाया है। साथ ही इसी साल देवरिया जिले में उसकी तैनाती हुई है। उसके पकड़े जाने के बाद आबकारी विभाग को यह संदेह है कि वह कुछ और दुकानों पर गया हो सकता है। इसलिए देर रात तक जनपद के सभी दुकानदारों से इस संबंध में आबकारी विभाग के अधिकारियों ने जानकारी ली। दुकानदारों ने बताया है कि एक साल पहले भी कुछ दुकानों पर इस तरह की बात हुई थी और उस समय भी फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर ने पैसा लिया था। अब कुछ दुकानदारों को आबकारी विभाग ने शुक्रवार को कोतवाली बुलाया है। उनके सामने पकड़े गए जालसाज की शिनाख्त परेड कराई जाएगी। पुलिस का कहना है कि विवेचना में सभी बात साफ हो जाएगी। आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ दुकानदारों से पहले भी जालसाजी हो चुकी है। उन्हें बुलाया गया है।