नगर निकायों में हर दिन पैदा हो रहा 157.12 मीट्रिक टन कचरा
निकायों में हर दिन 157.12 मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा पैदा होता है।
देवरिया: जनपद की आबोहवा बिगड़ती जा रही है। नगर निकायों से निकलने वाले कचरे पर्यावरण के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। अफसरों की उदासीनता से सालिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना मूर्त रूप नहीं ले रही है। कई नगर निकायों में भूमि की अनुपलब्धता सबसे बड़ी अड़चन है।
नगर पालिका देवरिया की बात करें तो डंपिग ग्राउंड के लिए भूमि खरीदने की प्रक्रिया लंबे समय से लटकी है। भूमि क्रय करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। शहर से निकलने वाले कूड़े-कचरे को तीन किलोमीटर दूर लो-लैंड एरिया में गिराया जा रहा है। इसी तरह गौरा बरहज नगर पालिका के लिए भूमि स्वामियों से बातचीत की जा रही है। लार नगर, सलेमपुर, बरियारपुर, मझौलीराज, रामपुर कारखाना, रुद्रपुर, भटनी बाजार, बरियारपुर, भाटपाररानी, गौरीबाजार में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का इंतजार है। निकायों में हर दिन 157.12 मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा पैदा होता है। इसमें जैविक कचरा तो प्राकृतिक रूप से सड़-गल जाता है, मगर शेष अजैविक कचरे का निस्तारण चुनौती बना हुआ है।
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निकाय का नाम प्रतिदिन जनित कूड़े की मात्रा (मीट्रिक टन)
देवरिया 69
गौरा बरहज 8.00
लार 3.00
सलेमपुर 9.51
मझौलीराज 0.30
रामपुर कारखाना 42
रुद्रपुर 21.01
भटनी बाजार 1.26
भाटपाररानी 2.40
गौरीबाजार 0.03
बरियारपुर 0.31
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योग-157.12 मीट्रिक टन
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-कई निकायों के लिए भूमि क्रय करने की तैयारी है। इसके लिए कई जगहों पर भूमि देखी गई है।
-राम सहाय यादव, मुख्य राजस्व अधिकारी
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