मानव सभ्यता के संस्थापक हैं महावीर
जैन धर्म के नौवें तीर्थंकर भगवान पुष्पदंतनाथ की जन्मस्थली खुखुंदू में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की जयंती बुधवार को श्रद्धा से मनाई गई। सुबह आरती भजन कीर्तन से पूरा समूचा माहौल भक्ति मय हो गया।
देवरिया : जैन धर्म के नौवें तीर्थंकर भगवान पुष्पदंतनाथ की जन्मस्थली खुखुंदू में जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की जयंती बुधवार को श्रद्धा से मनाई गई। सुबह आरती, भजन कीर्तन से पूरा समूचा माहौल भक्ति मय हो गया। सुबह भगवान का पूजन कर अभिषेक, पंचामृत, अष्टद्रव्य, जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य, दीप, धूप, फल आदि चढ़ाया गया। इसके बाद आरती की गई। पुजारी ने कहां कि तीर्थकर महावीर मानव सभ्यता के संस्थापक हैं। सभी तीर्थंकर का गुण एक ही है। जैन धर्म में काकंदी का नाम बड़े ही श्रद्धा से लिया जाता है। यहां माता जयरामा और पिता सुग्रीव के यहां शुक्ल पक्ष प्रतिप्रदा के मूल नक्षत्र में भगवान पुष्पदंत का जन्म हुआ था। जन्म के पश्चात इंद्र ने यहां रत्न का वर्षा कर इस धरती को पावन बना दिया। तभी से यह काकंदी पतित पावन नगरी बन गई। पुजारी द्वारा पूजन-आरती की गई। प्रबंधक बसंत जैन ने बताया कि भगवान पुष्पदंत नाथ के मंदिर में महावीर स्वामी का भव्य कार्यक्रम नहीं हो सका। महावीर स्वामी के जन्मस्थली कुंडलपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यहां नित्य की तरह पूजा व आरती की गई।