विविध आयोजनों के बीच मनी भगवान बुद्ध की जयंती
बुद्ध पूर्णिमा जिले के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रमों के बीच शनिवार को मनाई गई। लोगों ने भगवान बुद्ध अहिसा का पुजारी बताते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
देवरिया : बुद्ध पूर्णिमा जिले के अलग-अलग स्थानों पर विविध कार्यक्रमों के बीच शनिवार को मनाई गई। लोगों ने भगवान बुद्ध अहिसा का पुजारी बताते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
कलिद बिहार इंटरमीडिएट कालेज में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य वकील सिंह ने कहा कि भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईशा पूर्व लुंबनी में हुआ था। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। 27 वर्ष की उम्र में ही घर छोड़ कर सन्यासी हो गए। इनको बोधगया में ज्ञान मिला और 463 ईशा पूर्व कुशीनगर में निर्वाण हुआ। बुद्ध अहिसा के पुजारी थे। इस दौरान दुर्गेश मल्ल, अमर सिंह, हरिश्चंद्र शुक्ल, अभिमन्यु, रामसुमेर पांडेय, श्रीनिवास, प्रयाग यादव, संतोष यादव, संग्राम सिंह, कमलेश सिंह आदि मौजूद रहे। आनंद बुद्ध बिहार देवरिया खास में लोगों ने जयंती मनाकर पंचशील ग्रहण किया। अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलकर ही व्यक्ति अपने समाज व देश की उन्नति में सहभागी बन सकता है। डा.आरए कुशवाहा ने कहा कि बुद्ध के दर्शन से ही विश्व में शांति संभव है। कार्यक्रम में श्रीनाथ, सुदर्शन कुशवाहा, गोरखनाथ सिंह, डा.नंदलाल सिंह, शिवानंद कुशवाहा, ओमप्रकाश कुशवाहा, संकल्प, भृगुनाथ पासवान आदि मौजूद रहे।