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निराश लौटे काउंसिलिंग कराने आए अभ्यर्थी

देवरिया के डायट परिसर में सात काउंटरों पर शुरू की गई थी प्रक्रिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 10:01 PM (IST)
निराश लौटे काउंसिलिंग कराने आए अभ्यर्थी
निराश लौटे काउंसिलिंग कराने आए अभ्यर्थी

देवरिया: उनके चेहरे पर सहायक अध्यापक बनने की चमक थी। काउंसिलिग के लिए सुबह से ही डायट रामपुर कारखाना अभ्यर्थी पहुंचने लगे थे। पहले दिन महिलाओं व दिव्यांगों को काउंसिलिग के लिए बुलाया गया था। प्रक्रिया सामान्य रूप से चल ही रही थी कि दोपहर बाद कोर्ट के निर्देश पर काउंसिलिंग रोक दी गई। जिससे अभ्यर्थी निराश लौट गए।

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डायट परिसर में काउंसिलिग के लिए सात काउंटर बनाए गए थे। अपना नाम व कक्ष संख्या देखकर अभ्यर्थी अंदर गए। परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के तहत सुबह 10 बजे से काउंसिलिग की प्रक्रिया शुरू हुई तो सभी कतारबद्ध हो गए। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने भर्ती प्रक्रिया पर दोपहर में अंतरिम रोक लगा दी। यह खबर जैसे ही अभ्यर्थियों को मिली, उनके चेहरे पर मायूसी छा गई। दिन में साढ़े तीन बजे बेसिक शिक्षा परिषद का रोक संबंधी आदेश भी पहुंच गया। तबतक 350 में 303 अभ्यर्थियों की काउंसिलिग हो चुकी थी। इसके बाद प्रक्रिया रोक दी गई। इस मौके पर एएसडीएम ध्रुव शुक्ला, डायट प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद यादव, बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव, खंड शिक्षा अधिकारी विनोद त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

इन जनपदों से आए थे अभ्यर्थी

काउंसिलिग में देवरिया के अलावा गोरखपुर, बलिया, चंदौली, मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ, गाजीपुर, कुशीनगर, सुल्तानपुर समेत कई जिलों के अभ्यर्थी अपने निजी वाहनों से पहुंचे थे।

शारीरिक दूरी का नहीं हुआ पालन

कोरोना संक्रमण को देखते हुए शारीरिक दूरी रखने के लिए लगातार हिदायत दी जा रही थी, लेकिन महिला अभ्यर्थियों ने शारीरिक दूरी का पालन करना मुनासिब नहीं समझा। कई महिलाएं दुधमुंहे बच्चों के साथ काउंसिलिग में शामिल होने आई थीं।

बनूंगी सहायक अध्यापक

मैं सहायक अध्यापक पद के लिए सभी अर्हता पूरी करती हूं। हिदी विषय से नेट भी क्वालीफाइ किया है। चयन होने पर मुझे खुशी है। हालांकि कोर्ट की रोक से थोड़ी परेशानी बढ़ गई है।

सौम्या मिश्रा, अभ्यर्थी

चयन होने पर मिली खुशी

मैं शहर के भीखमपुर रोड की रहने वाली हूं। मेरा चयन सहायक अध्यापक पद पर हुआ है। चयन होने पर मुझे खुशी मिली है। कोर्ट के निर्देश से थोड़ी समस्या तो बढ़ी है लेकिन सब ठीक हो जाएगा।

शेषाद्री पांडेय, अभ्यर्थी

शिक्षक बनकर अच्छा लग रहा

मैं चंदौली जिले की रहने वाली हूं। मुझे शिक्षक बनकर अच्छा लग रहा है। मैं इसके लिए काफी दिनों से पढ़ाई कर रही थी। काउंसिलिंग के दौरान जो समस्या आई है उसका भी समाधान होगा।

श्रेया, अभ्यर्थी

पूरा हुआ लक्ष्य

मैंने टीईटी के अलावा सी-टीईटी भी किया है। मेरा लक्ष्य शिक्षक बनना था, जो आज पूरा हो जाता लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद कुछ विलंब हो सकता है पर शिक्षक बनने का रास्ता तो साफ हो ही गया है।

ज्योति, अभ्यर्थी


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