महिला अस्पताल कहें या वाहन स्टैंड
सीएमएस डा. अल्पना रानी ने कहा कि मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य हो रहा है लेकिन इस समस्या के तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। जिससे परेशानी है लेकिन क्या किया जा सकता है। मरीजों की संख्या इन दिनों बढ़ गई है। मरीजों को कोई परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाता है। वाहनों को बाहर लाइन से खड़ा करवाने की व्यवस्था की जाएगी।
देवरिया: जिला महिला अस्पताल में जाम की समस्या से मरीज परेशान हैं। हाल यह है कि यहां बेतरतीब खड़े वाहनों से मरीजों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस तरफ अस्पताल प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। बड़ी संख्या में हर रोज ओपीडी में मरीज इसी रास्ते होकर जाते हैं।
जिला महिला अस्पताल में चौबीसों घंटे इलाज का कार्य होता है। यहां सुबह सुबह से लेकर दोहर तक बेतरतीब वाहनों के खड़ा होने से इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सुबह आठ बजे प्रवेश द्वार से लेकर चारो तरफ बेतरतीब वाहनों को मरीज के साथ आए तीमारदार खड़ा कर देते हैं। जिससे जिले के कोने-कोने से आए एंबुलेंस से आए मरीजों को अस्पताल में जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो एंबुलेंस को काफी दूर परिसर में रोक कर मरीजों का टांग कर ओपीडी में ले जाना पड़ता है।
मेडिकल कालेज के निर्माण व मुख्य प्रदेश द्वारा बंद होने से बढ़ी परेशानी
जिला महिला अस्पताल के मुख्य गेट से होकर एमसीएच विग में प्रवेश किया जाता है। इसमें कोरोना के मरीजों के लिए एल वन व एल टू अस्पताल बना दिया गया है। मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य हो रहा है। ऐसे में महिला अस्पताल के पुराने भवन को तोड़ कर यहां नए भवन का निर्माण कार्य हो रहा है। सीएमएस कार्यालय के बाहर कीचड़ व पानी लगने से मरीजों की परेशानी और बढ़ गई है। तीन माह से यहां कर्मचारी व मरीज दुर्गति झेल रहे हैं।
सीएमएस डा. अल्पना रानी ने कहा कि मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य हो रहा है लेकिन इस समस्या के तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। जिससे परेशानी है लेकिन क्या किया जा सकता है। मरीजों की संख्या इन दिनों बढ़ गई है। मरीजों को कोई परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाता है। वाहनों को बाहर लाइन से खड़ा करवाने की व्यवस्था की जाएगी।