बैतालपुर चीनी मिल चलने तक जारी रहेगा संघर्ष
चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को कैंप कार्यालय पर बैठक कर किसानों के बकाया मूल्य भुगतान की मांग की गई। बैतालपुर चीनी मिल चलाने के लिए लगातार संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया गया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया
देवरिया : चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को कैंप कार्यालय पर बैठक कर किसानों के बकाया मूल्य भुगतान की मांग की गई। बैतालपुर चीनी मिल चलाने के लिए लगातार संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया गया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।
पत्रक में कहा गया है कि पूरे भारत वर्ष में चीनी मिलों और गन्ने की खेती के लिए देवरिया जिले का अपना गौरवशाली इतिहास रहा है। यहां कभी 14 चीनी मिलें हुआ करती थी जबकि मौजूदा समय में मात्र एक चीनी मिल प्रतापपुर चालू हालत में है। प्रतापपुर चीनी मिल पर किसानों का करोड़ों रुपये बकाया है। गन्ना किसानों को रुपये की सख्त आवश्यकता है, लेकिन मिल देने भुगतान को देने में आनाकानी कर रहा है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है। किसानों का बकाया भुगतान तत्काल किया जाय। पथरदेवा में मुख्यमंत्री ने अक्टूबर 2017 में जनसभा में बैतालपुर चीनी मिल को चालू करने की घोषणा किया था। पर आज तक उसे अमली जामा नहीं पहनाया जा सका। किसान आज भी बैतालपुर चीनी मिल चलाने की उम्मीद पाले बैठे। बैतालपुर चीनी मिल चालू हो तो इससे जनपद के गन्ना किसानों को लाभ पहुंचेगा। जनपद में गन्ने की पैदावार भी बढ़ जाएगी।
इस दौरान मुख्य रूप से चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ब्रजेंद्र मणि त्रिपाठी, संयोजक अवधेश मणि त्रिपाठी, चंद्र प्रकाश ¨सह, अनिल पति त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।