अल्जाइमर रोग से बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक
देवरिया के जिला अस्पताल के सीएमएस कक्ष में हुई गोष्ठी में चिकित्सक ने याददाश्त में कमी को बताया रोग का प्रमुख लक्षण।
देवरिया: जिला अस्पताल के सीएमएस कक्ष में अल्जाइमर रोग पर संगोष्ठी का आयोजन सोमवार को किया गया। जिसमें डाक्टरों ने अपने विचार व्यक्त किए। डा. डीके सिंह ने कहा कि अल्जाइमर रोग की शुरुआत आम बीमारी की तरह होती है। जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि किसी व्यक्ति को अल्जाइमर बीमारी है। इसके लिए जागरूकता आवश्यक है। व्यक्ति थोड़ी सी सावधानी बरते तो वह अल्जाइमर के लक्षणों की पहचान कर सकते है। अल्जाइमर रोग का प्रमुख लक्षण याददाश्त में कमी होना है।
डा. एसएस द्विवेदी ने कहा कि इस बीमारी से पीड़ित लोगों को शुरूआत में बातें भूलने लगती हैं, यह कुछ समय के बाद काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं। बोलने या लिखने में परेशानी होना भी इसके लक्षण है। यदि किसी व्यक्ति को अचानक से बोलने या लिखने में परेशानी होने लगे तो उसे इसकी सूचना डॉक्टर को देनी चाहिए क्योंकि यह अल्जाइमर रोग का लक्षण हो सकता है।
डा. जफर अनीस ने कहा कि इस बीमारी में फैसला लेने में परेशानी होती है। जब किसी व्यक्ति को फैसले लेने में परेशानी हो, मूड का बार-बार बदलना भी अल्जाइमर रोग का संकेत है। ऐसी स्थिति में लोगों को मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ सकती है।
गोष्ठी में डा. राकेश पांडेय, डा. निखिलेश मिश्र, डा. एके वर्मा, डा. एएम वर्मा, डा. अकील अहमद आदि मौजूद रहे।