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बजट को विपक्ष ने बताया लोकलुभावना, सत्ता पक्ष ने सराहा

देवरिया : केंद्र की भाजपा सरकार ने गुरुवार को संसद में अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश ि

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Feb 2018 11:29 PM (IST)Updated: Thu, 01 Feb 2018 11:29 PM (IST)
बजट को विपक्ष ने बताया लोकलुभावना, सत्ता पक्ष ने सराहा
बजट को विपक्ष ने बताया लोकलुभावना, सत्ता पक्ष ने सराहा

देवरिया : केंद्र की भाजपा सरकार ने गुरुवार को संसद में अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया। बजट पर सत्ता पक्ष ने आमजन के हित में बताया तो विपक्ष ने आमजन के साथ धोखा बताया। यह बजट लोकसभा चुनाव को देखते हुए तैयार किया गया है। इसमें जनता का कहीं से हित सुरक्षित नहीं है। इस पर जनप्रतिनिधियों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की।

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समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद श्रीमती कनकलता ¨सह ने कहा कि केंद्र सरकार का यह आम बजट किसान, नौजवान, गरीब और मध्यम वर्ग विरोधी है। इसमें आमजन को राहत नहीं दिया गया है। पेट्रोलियम के दाम में दो माह बाद बेतहाशा वृद्धि होगी। सभी सामग्री महंगी हो जाएगी। इस बजट में लोकसभा चुनाव की बू आ रही है। सरकार ने गरीबों और किसानों से जो वादा किया था। इसमें वह कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। भाटपाररानी विधानसभा क्षेत्र के सपा विधायक आशुतोष उपाध्याय बबलू ने कहा कि यह चुनावी बजट है। आमजन को लालीपाप दिया गया है। जो भी बजट में दर्शाया गया है उसको धरातल नहीं उतारा जाएगा। यह सिर्फ कागजी बजट बनकर रह जाएगा। जो सरकार चार साल में आमजन के लिए कुछ नहीं किया वह अब आखिरी एक साल में क्या करेगी। सपा के राष्ट्रीय महासचिव व सपा नेता विजय रावत ने कहा कि बजट में गरीब, किसान, मजदूर को निराशा, बेरोजगार युवाओं को हताशा, कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुंह पर तमाचा है। आखिरी बजट में अमीरों का विशेष ध्यान रखी है।

उधर के भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है। उसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। इसमें आठ करोड़ गरीबों को उज्ज्वला योजना के तहत कनेक्शन देने की व्यवस्था है। भाजपा के सदर विधायक जन्मेजय ¨सह ने कहा कि नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम के तहत 10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा देकर चुनाव में किए गए वादों को पूरा की है। सांसद प्रतिनिधि विजय कुमार दूबे ने कहा कि सरकार ने वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए 40 हजार रुपये स्टैंडर्ड डिडक्शन यानी जितना वेतन है उसमें से 40 हजार रुपये घटाकर जो रकम बचेगी उस पर टैक्स लगेगा को लागू करके लाभ देने का काम किया है।


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