¨जदगी-मौत से जंग लड़ रहा पैरा ओलंपिक विजेता राजबली
देवरिया: रुद्रपुर क्षेत्र के पिपरा कछार गांव निवासी पैरा ओलंपिक चैंपियन रहे राजबली यादव जिला अस्पताल
देवरिया: रुद्रपुर क्षेत्र के पिपरा कछार गांव निवासी पैरा ओलंपिक चैंपियन रहे राजबली यादव जिला अस्पताल में ¨जदगी व मौत से संघर्ष कर रहे हैं। आर्थिक तंगी की जद में राजबली की पत्नी अस्पताल में फफक रही है। वह अस्पताल में गरीबी का हवाला देकर अपनी बेटी की शादी की तय तारीख को याद कर बिलख रहीं हैं। साथ ही जिलाधिकारी को लाख दुआएं दे रही है, जिन्होंने इस संकट में घड़ी में उसकी खुलकर मदद की है। एक दिन पूर्व राजबली की पत्नी जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात बताई तो जिलाधिकारी अबरार अहमद ने अपने पास से उसकी आर्थिक मदद की और जिला चिकित्सालय फोन कर हर संभव मदद करने का निर्देश दिया। जापान आलंपिक 1981 में तैराकी समेत विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में 10 स्वर्ण पदक, 4 रजत व 1 कांस्य पदक जीतकर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। राजबली को कोई संतान नहीं है। उन्होंने दो बेटियों को गोद लिया है और पालकर बड़ा किया है। दोनों बेटियां बड़ी हो गई है और उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही है। बड़ी बेटी नेहा की शादी दो जून को तय किया था। इस बीच अचानक कोआपरेटिव बैंक से रुपये निकालने पहुंचे और रुपये नहीं निकलने पर उनकी तबीयत खराब हुई। राजबली की तबीयत खराब होने पर उन्हें गंभीरावस्था में परिजन रुद्रपुर ले गए। हालत गंभीर होने पर जिला चिकित्सालय से उन्हें मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि राजबली कोमा में चले गए हैं। उन्हें चिकित्सकों ने घर ले जाने को कह दिया। परिजन उन्हें लेकर घर चले आए। इस बीच उसकी पत्नी बलवंती देवी जिलाधिकारी अबरार अहमद से मिली और उन्हें एक बार फिर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। सीएमएस डा.केसी राय ने बताया कि राजबली चिकित्सकों की विशेष निगरानी में हैं। उनकी हालत गंभीर है, वो कोमा में है। हालत में कोई सुधार नहीँ है।