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मौसम की मार से बाली में मर रहा गेहूं

जागरण संवाददाता चित्रकूट वर्षा ऋतु में हुई अच्छी बारिश से गेहूं के रिकार्ड उत्पादन क

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 10:54 PM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 10:54 PM (IST)
मौसम की मार से बाली में मर रहा गेहूं
मौसम की मार से बाली में मर रहा गेहूं

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : वर्षा ऋतु में हुई अच्छी बारिश से गेहूं के रिकार्ड उत्पादन की उम्मीद थी लेकिन अब मौसम कोख में ही गेहूं का मार रहा है। दिन में खिल रही तेज धूप से तापमान रिकार्ड स्तर पर है। जिसका लोगों की सेहत पर तो बुरा असर पड़ ही रहा है सर्दी जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। गेंहू के लिए भी नुकसान प्रद है। बढ़ रहे तापमान से गेंहू की फसल प्रभावित है। यदि इसी प्रकार मौसम रहा तो गेंहू की बाली में दाने पतले हो जाएंगे। जिसको लेकर कृषि विज्ञानी चितित हैं। बीते साल मार्च में नहीं पहुंचा था 30 डिग्री के ऊपर तापमान

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जिस प्रकार इस साल दिन में सूर्य देव उग्र हो रहे है बीते साल नहीं थे। तुलसी कृषि विज्ञान केंद्र के रिकार्ड बताते हैं कि मार्च में तापमान 30 डिग्री से ऊपर नहीं पहुंचा था। जबकि इस साल 26 फरवरी को ही यह आंकड़ा छू लिया था। वहीं एक मार्च को अधिकतम पारा 34 और न्यूनतम 15 डिग्री पहुंच गया है। जबकि बीते साल इसी दिन बारिश हुई थी और अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस था। तीन अप्रैल को 35 डिग्री हुआ था। उन्होंने बताया सामान्यत: इस समय अधिकतम तापमान 25 से 28 और न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री रहना चाहिए लेकिन इस साल तेजी से बढ़ रहा है।पांच मार्च कर 36 डिग्री पहुंचने की संभावना है। मानसून सक्रिय नहीं होने से बढ़ रहा पारा

तुलसी कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां के मौसम विज्ञानी डॉ मनोज शर्मा का कहना है कि वर्तमान में तापमान बढ़ने का कारण मानसून का सक्रिय नहीं होना है। पिछले साल पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो जाने से मौसम में नमी बनी थी। इस साल मानसून सक्रिय नहीं हो पा रहा है जिससे आसमान खुला है। धूप तेज है और गर्मी बढ़ रही है। दलहन की फसल तैयार है। गेहूं को नुकसान है।

सिचाई कर बचाएं गेहूं

उप कृषि निदेशक टीपी शाही का कहना है कि सरसों, चना व अरहर की फसल तैयार हो चुकी है गेहूं में बाली में दाना बनने की अवस्था है। तेज धूप से बालियों में दाना सूख जाएंगे ऐसे में खेतों में नमी बनाने लिए किसानों को सिचाई करना चाहिए।


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