डकैत बबुली की शरण में बाघ के फरार शिकारी
जागरण संवाददाता चित्रकूट बाघ को करंट लगाकर मौत के घाट उतारने वाले जो तीन शिकार
जागरण संवाददाता, चित्रकूट :
बाघ को करंट लगाकर मौत के घाट उतारने वाले जो तीन शिकारी तीन दिन पहले वन विभाग की रिमांड कस्टडी से भाग निकले, अब छह लाख रुपये के इनामी डकैत बबुली कोल की शरण में है। तीनों को सौंपने के लिए बबुली ने वन विभाग के सामने शर्ते रख दी हैं। उसने तीन लाख रुपये के साथ ही आरोपितों के परिजन को मुकदमे का खर्च देने की बात कही है।
वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक रिमांड खत्म होने के दिन तड़के मध्यप्रदेश के सतना में मझगवां रेंज गेस्ट हाउस से कस्टडी से भागे अमिरिती गांव निवासी रज्जन उर्फ रंजन कोल, राजेश मवासी और ज्वाला सतनामी चित्रकूट की सीमा से सटे मप्र के कजरा गांव में डकैत बबुली से मिले। तीनों भागने के बाद पहले मारकुंडी थाना क्षेत्र में बबुली के गांव सोसाइटी कोलान गए थे। वहां से गैंग की लोकेशन कजरा में मिलने पर शुक्रवार सुबह सरगना के पास पहुंचे। बताते हैं कि रज्जन कोल दस्यु बबुली का नजदीकी रिश्तेदार है। जिस समय शिकारियों की गैंग से मुलाकात हुई तभी उनकी तलाश में लगा वन विभाग का एक रेंजर भी पास तक पहुंच गया। उसने समझाने का भी प्रयास किया लेकिन, सफलता नहीं मिली। इसकी पुष्टि करते हुए वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शिकारी फरार होने के दूसरे दिन बबुली गैंग में पहुंच गए थे। गैंग ने उन्हें सौंपने के लिए तीन लाख रुपये मांगे हैं।
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नौकरी दांव पर देख अफसर मान मनौव्वल में जुटे
नौकरी दांव पर लगी देख वन विभाग के कुछ अफसर डकैत बबुली की मान मनौव्वल में जुटे हैं। डकैत सरगना ने अफसरों के शर्त पर राजी होने पर दो से तीन दिन में आरोपितों को सौंपने का भरोसा दिया है। डीएफओ सतना राजीव मिश्र ने कहा कि शिकारियों के गैंग की गिरफ्त में पहुंचने की सूचना उनके पास नहीं है। टीमें लगातार तीनों को खोज रही हैं। पुलिस टीमों को भी लगाया गया है। जल्द पकड़कर जेल भेजा जाएगा।