जिन पर थी नजर, वही उखाड़ ले गए कैमरे
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : धर्मनगरी होने की वजह से देश भर से यहां श्रद्धालु आते हैं। पांच साल पहल
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : धर्मनगरी होने की वजह से देश भर से यहां श्रद्धालु आते हैं। पांच साल पहले उनकी सुरक्षा को लेकर नगर में डेढ़ दर्जन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। मंशा यह थी कि वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी कहीं न कहीं कैमरे में कैद हो जाएंगे। मगर, यह कैमरे अब गायब हो चुके हैं तो रामघाट व कोतवाली स्थित कंट्रोल रूम ठप हो गए। इससे बेखौफ अपराधी वारदातों को अंजाम देकर आराम से निकल जा रहे हैं। पुलिस पिकेट भी पुराने ढर्रे पर आ गई है।
यहां किए गए थे स्थापित
तत्कालीन सीओ नगर सुरेश चंद्र रावत ने वर्ष 2013 में कर्वी मुख्यालय में ट्रैफिक चौराहा, धतुरहा चौराहा, रामघाट, कामदगिरि, पटेल तिराहा समेत प्रमुख स्थानों पर करीब तीन लाख रुपये खर्च कर 16 कैमरे लगवाए थे। इन पर नजर रखने को कोतवाली में कंट्रोल रूम बना था। कुछ दिन सब ठीक चलने के बाद यह कैमरे गायब होने लगे, लेकिन किसी जिम्मेदार की निगाह नहीं पड़ी। रामघाट पर कंट्रोल रूम में बड़े-बड़े टीवी स्क्रीन लगे थे। अब उनका भी कुछ पता नहीं है।
डंपर-ट्रक पर ओवरलो¨डग
पुलिस-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद गिट्टी, मौरंग व बालू के ओवरलोड डंपर व ट्रकों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। मुख्यालय में हाईवे के चौराहों पर कैमरे लगने से लगाम लगी थी। देश-विदेश से आने वाले सैलानियों की सुरक्षा पर भी बट्टा लग रहा है।
हाल में हुई बड़ी घटनाएं
- देवांगना घाटी के पास युवती की हत्या के बाद शव फूंका।
- अति व्यस्त चित्रकूट इंटर कालेज रोड पर लाखों की चोरी।
- शंकर बाजार में सराफा कारोबारी की गोली मारकर हत्या।
- रामघाट, कामदगिरि पर आए दिन श्रद्धालुओं से छिनैती। यहां चाहिए अतिरिक्त पुलिस पिकेट
कसहाई रोड, गल्लामंडी, चकरेही चौराहा, खोह गांव, कलेक्ट्रेट से देवांगना घाटी, एसडीएम कालोनी। जल्द बदलेंगे तस्वीर, लगेंगे 20 जगह कैमरे
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा भी अपराध रोकने में सीसीटीवी कैमरों को बड़ा हथियार मानते हैं। बताया कि नगर की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। शासन से 20 कैमरे व सेट की मांग की गई है। इनको ट्रैफिक चौराहा, पटेल तिराहा, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, पुरानी कोतवाली चौराहा, रामघाट, कामदगिरि, देवांगना समेत अन्य जगहों पर लगाया जाएगा।