दस मिनट तक भिड़ंत के बाद दबोचने में कामयाबी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सराफा कारोबारी हत्याकांड में हमलावर लुटेरे को दबोचने की
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सराफा कारोबारी हत्याकांड में हमलावर लुटेरे को दबोचने की कोशिश में सोमवार देर शाम तनिक भी चूक होती तो शिक्षक की जान पर बन जाती।गोली उनके कंधे के पास जैकेट को फाड़ते हुए निकल गई। महज दस मिनट की भिड़ंत के बाद उन्होंने लुटेरे को दबोचने में कामयाबी पा ली। उनके साहस को लेकर आसपास के लोगों व पुलिस अफसरों ने जमकर प्रशंसा की। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोली चलने की आवाज पर जनसेवा इंटर कालेज कर्वी में शिक्षक सुशील ¨सह का भाई प्रवीण उर्फ लाला पहले बाहर निकला। इस पर लुटेरों ने तमंचा तानकर धमकाया। उसने अंदर जाकर जानकारी दी। इसके बाद भाई के साथ सुशील बाहर निकले। जान की तनिक भी परवाह नहीं करते हुए एक हमलावर को दबोच लिया। पहले कर चुके थे रेकी, दुकान से पीछा
मृतक के भाई हरिश्चंद्र ने बताया कि सोमवार शाम को दुकान बंद करने से कुछ देर पहले पड़ोसी कारोबारी ने उसे देखने आए थे। इससे साफ जाहिर है कि लुटेरों ने कई दिन पहले से मामले में रेकी भी की थी। बताया कि दुकान के पास से बाइक पर अपाचे बाइक पर सवार तीन लोगों ने पीछा किया था। इसके बाद आगे आकर इन लोगों ने घेर लिया। 15 दिन पहले हुआ था झगड़ा
हरिश्चंद्र ने बताया कि भाड़े के हत्यारों से भाई की हत्या कराने वाले पड़ोसी कारोबारी ने उनकी दुकान पर आकर झगड़ा किया था। भाई का कॉलर पकड़कर जान से मारने की धमकी भी दी थी। पहले भी रंजिश में कई बार आपस में कहासुनी हो चुकी है। वह कारोबार को लेकर प्रतिस्पर्धा मानते हैं। एसपी ने भी हरिश्चंद्र से जानकारी ली।