चित्रकूट में सेहत बिगाड़ रहे वैद्यता खत्म वाले शीतल पेय
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शीतल पेय के नाम पर कर्वी मुख्यालय से लेकर तहसील क्षेत्रों व ग्रामी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शीतल पेय के नाम पर कर्वी मुख्यालय से लेकर तहसील क्षेत्रों व ग्रामीण इलाकों में लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। नामचीन कंपनियों के नाम से पै¨कग कर वैधता तिथि खत्म होने के बाद भी धड़ल्ले से बिक्री बरकरार है। ऐसे में कोल्ड ¨ड्रक खरीदते समय उसकी वैधता तिथि जरूर देख लें। उधर, खाद्य महकमे के अफसर भी आंखें बंद कर बैठे हैं। बिक्री में कमी से बढ़ी एक्सपायरी
शीतल पेय बिक्री कंपनियां उत्पाद बनाने के समय पै¨कग तिथि जरूर डालती हैं। उसमें वैधता तिथि भी लिखी रहती है। जानकार बताते हैं कि प्लास्टिक बोतल के पेय को अधिकतम तीन माह व कांच की बोतल को अधिकतम छह माह तक इस्तेमाल में लाया जा सकता है। जुलाई में बारिश होने के कारण कोल्ड ¨ड्रक पीने वालों की संख्या में गिरावट से माल डंप है। अब यह माल एक्सपायर होने के बाद भी बेचा जा रहा है। इसमें कुछ क्षेत्रीय कंपनियों ने भी नामचीन के नाम पर उत्पाद बनाकर बाजार में उतार दिए हैं। उल्टी-दस्त व पेट रोग हो सकते
नगर के वरिष्ठ फिजीशियन डा. सीताराम गुप्ता बताते हैं कि वैधता तिथि खत्म होने के बाद कोल्ड ¨ड्रक का इस्तेमाल करने पर सीधे असर आंतों पर पड़ता है। उल्टी-दस्त की शिकायत भी हो सकती है। पेट के दूसरे अंगों पर भी दिक्कत आने की आशंका रहती है। ऐसी स्थिति में फौरन चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराएं। अपनी मर्जी से दवा नहीं लेनी चाहिए। इनका कहना है
शीतल पेय की मांग वर्तमान में काफी कम है। नामचीन कंपनियों के नकली ब्रांड बिक्री की जानकारी नहीं मिली है। वैधता तिथि खत्म होने के बाद भी बिक्री करने वालों की जांच कराई जाएगी। अभियान के दौरान दोषी मिलने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
-शशि शेखर, जिला अभिहित अधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन चित्रकूट