चित्रकूट में धीमी मतगणना, परिणाम के लिए लोग बेचैन
जागरण संवाददाता चित्रकूट मतगणना कर्मियों की सुस्ती के कारण गांव की सरकार के फैसल
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मतगणना कर्मियों की सुस्ती के कारण 'गांव की सरकार' के फैसले की घड़ी लंबी होती जा रही है। जिस मंदगति से मतगणना चल रही है तो माना जा रहा है कि 331 ग्राम पंचायत के सभी पदों अंतिम परिणाम के लिए लोगों को सोमवार की दोपहर तक इंतजार करना पड़ सकता है। भले ही प्रशासन दावा कर रहा है कि आठ बजे मतगणना शुरू हो गई थी लेकिन परिणाम आने का सिलसिला करीब सात घंटे बाद अपराह्न तीन बजे से शुरू हो सका। जिला निर्वाचन ने एक चक्र के लिए एक से डेढ़ घंटे के समय निर्धारित किया था लेकिन जिस गति गणना हो रही है तो एक चक्र में तीन से चार घंटे लग गए हैं।
गिनती में जल्दी हो रही है जबकि मतपत्रों की छंटनी में काफी समय लग रहा है। इस बार ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य व क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए एक साथ वोट डाले गए हैं। एक ही मतपेटी में पड़े सभी मतों को छटनी में काफी वक्त लग रहा है एक-एक मत पत्र को दिखाना पड़ता है। जैसे ही प्रत्याशी वार 50-50 की गड्डी बन जाती है तो फिर गिनती में समय नहीं लगता है।
धीमी मतगणना का एक कारण कोरोना संक्रमण भी है। चुनाव ड्यूटी में तमाम कर्मी बीमार पड़े चुके है तो कई की जान भी चली गई है। ऐसे में मतगणना में लगे कर्मी व अधिकारी सहमे हुए है। कर्मियों में वह उत्साह नहीं दिख रहा है जो पूर्व के चुनाव में रहता था।
परिणाम की घोषणा में निर्वाचन अधिकारियों की सुस्ती भी हाबी थी। सूत्र बताते हैं कि कई टेबल में मतगणना समाप्त के बाद परिणाम आरओ की टेबल में भेज दी जाती थी लेकिन हस्ताक्षर कर घोषणा करने में काफी वक्त लिया जा रहा था। जबकि हारे प्रत्याशी व एजेंटों के बाहर आ जाने से लोगों की उत्सुकता परिणाम को लेकर और बढ़ जाती थी। वहीं इंटरनेट मीडिया में भी लोगों को अपडेट के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा था।