¨हदी विश्व में सिरमौर, देश के लिए गौरव
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में ¨हदी दिवस शुक्रवार को धूमधाम से मनाय
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में ¨हदी दिवस शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। जगद्गगुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय में आजीवन कुलाधिपति जगद्गगुरु राम भद्राचार्य महाराज ने कहा कि ¨हदी भाषा विश्व में सिरमौर है तो देश के लिए गौरव है।
जगद्गुरु राभभद्राचार्य ने कहा कि नेपाल, सूरीनाम, थाईलैंड, कनाडा, भारत सहित एक सौ पचास देशों में बहुत अच्छी तरह से ¨हदी बोली जाती है। ¨हदी अब विश्व में प्रमुख भाषा बन चुकी है। ¨हदी को माध्यम बनाया गया, जिसमें रामचरित मानस का निर्माण हुआ है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी ¨हदी साहित्य को संप्रेषण भाषा के रूप में माना है। कहा कि मलिक मुहम्मद जायसी ने ¨हदी का दुरुपयोग किया है। भारत में गोस्वामी तुलसीदास के बाद जयशंकर प्रसाद, कवि निराला, महादेवी वर्मा, मुंशी प्रेमचंद आदि कवियों ने ¨हदी को बहुत ऊंचाई दी है। जगद्गगुरु के निजी सचिव जय मिश्रा ने कहा कि ¨हदी हमेशा बोलनी चाहिए। कुलपति प्रो. योगेश चंद्र दुबे, कुलसचिव प्रो. जीपी दुबे, वित्त अधिकारी आरपी मिश्र डा. पीयूष कुमार द्विवेदी, डा. शांत चतुर्वेदी, गरिमा मिश्रा, शिवराज ¨सह, एनबी गोयल, पीआरओ एसपी मिश्र, डा. मनोज पांडेय, विशेष दुबे, डा. गोपाल मिश्र, डा. जयोति, ओम प्रकाश, डा प्रमिला मिश्रा रहे। संचालन ¨हदी विभाग की प्रभारी डा किरण त्रिपाठी ने किया। उधर, गोस्वामी तुलसीदास राजकीय महाविद्यालय में ¨हदी दिवस मनाया गया। प्राचार्य प्रो पीएस मिश्र ने ¨हदी के महत्व पर प्रकाश डाला। डा. राजेश पाल, डा. धर्मेंद्र ¨सह, अमित ¨सह, राम नरेश यादव, सीमा कुमार, मुकेश कुमार, इच्छा मिश्रा व अंजना रैकवार रहे। जिला उपभोक्ता फोरम में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें केशव प्रसाद यादव, सत्यदेव ओझा, प्रदीप कुमार चौबे रहे। वहीं, जिला न्यायालय परिसर में ¨हदी सप्ताह गोष्ठी आयोजित हुई। जिला जज की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी में न्यायिक अधिकारी व अधिवक्ता रहे।