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कामदगिरि परिक्षेत्र में कब्जे पर वन दारोगा की भूमिका संदिग्ध

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : कामदगिरि परिक्षेत्र में अवैध कब्जा कर मकान बनाने के मामले में वन

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 11:05 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 11:05 PM (IST)
कामदगिरि परिक्षेत्र में कब्जे पर वन दारोगा की भूमिका संदिग्ध
कामदगिरि परिक्षेत्र में कब्जे पर वन दारोगा की भूमिका संदिग्ध

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : कामदगिरि परिक्षेत्र में अवैध कब्जा कर मकान बनाने के मामले में वन दारोगा की भूमिका कुछ संदिग्ध मिली है। इसलिए उन पर गाज गिरनी तय है। प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देश पर उप प्रभागीय वन अधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ में मामले को एंटी भू-माफिया के सुपुर्द करने के आदेश दिए हैं। कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई की संभावनाएं हैं।

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गौरतलब है कि ग्राम पंचायत खोही में कामदगिरि तलहटी पर अवैध तरीके से कुछ लोगों ने मकान बना लिया। पहले तो वन विभाग सोता रहा पर नींद टूटने पर कब्जा हटाने पहुंचा। यहां अवैध कब्जा करने वालों ने वन दारोगा गिरधारी लाल व टीम के साथ धक्का-मुक्की, मारपीट कर दी। शुक्रवार को अवैध कब्जा कर निर्माण कराने वाले महेंद्र उर्फ दादू पुत्र नत्थू, लालजी तिवारी पुत्र छोटेलाल निवासी खोही व 12 अज्ञात समेत 14 लोगों को खिलाफ कर्वी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। प्रभागीय वन अधिकारी कैलाश प्रकाश मामले को लाकर काफी नाराज हैं। उन्होंने बताया कि इतने दिन से अवैध कब्जा होने के बावजूद विभागीय कर्मचारी सोते रहे। इसके लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बीट प्रभारी प्रथम²ष्टया दोषी है। मकान बनते समय उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इसके साथ रेंज के अन्य जिम्मेदारों की जवाबदेही भी देखी जाएगी। बताया कि दो दिन में एसडीओ से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।


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