डकैतों से लड़ी रायफल आज से बनेगी कहानी
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जागरण संवाददाता, चित्रकूट : पुलिस महकमे में सिपाहियों की सबसे भरोसेमंद रायफल थ्री नॉट थ्री रविवार से कहानी बन जाएगी। गणतंत्र दिवस से इसका इस्तेमाल जिले में पूरी तरह बंद हो जाएगा। मानिकपुर तहसील के दस्यु प्रभावित क्षेत्र में इसी रायफल के दम पर कई डकैत ढेर किए गए। दूर तक मार करने के कारण यह सभी की पसंदीदा रही। रायफल को हटाए जाने के फरमान के बाद से होमगार्ड और पीआरडी जवान इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। ददुआ से बबुली गैंग तक से लिया लोहा
मानिकपुर तहसील के पाठा इलाके में सबसे ज्यादा दिन तक बादहशात करने वाले डकैत शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ, स्वदेश पटेल उर्फ बलखड़िया, सुंदर पटेल उर्फ रागिया, अंबिका प्रसाद पटेल उर्फ ठोकिया से लेकर बबुली कोल गैंग से होने वाली दर्जनों मुठभेड़ में यही रायफल काम आई। डकैतो को हर बार मोर्चे से भागना पड़ा। मानिकपुर, मारकुंडी, मऊ, बरगढ़ और बहिलपुरवा थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए यह हमेशा मददगार रही। 248 रायफलें, लंबी दूरी तक मार
प्रतिसार निरीक्षक सुमेर सिंह ने बताया कि जिले में थ्री नॉट थ्री रायफल की संख्या 248 है। नौ थानों में पुलिसकर्मियों के पास यह रायफल रही। अब सभी को आधुनिक सेमी आटोमेटिक रायफलें दी जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि यह रायफल दूर तक मार करने में सक्षम थी। सटीक निशाने पर लगने पर सामने वाले के चीथड़े उड़ा देती थी। इनका कहना है
थ्री नॉट थ्री रायफल की विदाई हो चुकी है। अब सिपाही आधुनिक असलहों से लैस हैं। लंबे अर्से तक यह रायफल पुलिसकर्मियों के लिए भरोसेमंद रही।
-बलवंत चौधरी, एएसपी चित्रकूट।