रोपवे में रेस्क्यू इंजन, इमरजेंसी में उतारता है एक-एक ट्राली
जागरण संवाददाता चित्रकूट हनुमानधारा रोपवे में प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (पीएलसी) के साथ
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: हनुमानधारा रोपवे में प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (पीएलसी) के साथ डिजिटल ड्राइव लगी है। जिससे ऑपरेटर पूरे रोपवे को न केवल मॉनिटर कर सकता है बल्कि पूर्ण रूप से कंट्रोल भी कर सकता है। वैसे यदि कोई आपात स्थिति पैदा होती है तो उसके लिए रोपवे में रेस्क्यू इंजन लगा है। जो जरूरत पड़ने पर रोपवे में ट्रॉलियों को एक-एक कर के स्टेशन पर सुरक्षा पूर्वक उतार देता है।
यह कहना जनपद सीमा से सटे मध्यप्रदेश जिला सतना के नयागांव हनुमानधारा में लगे रोपवे के एसजीएम शांतनु गुप्ता का है। उन्होंने कहा कि दामोदर रोपवेज इंफ्रा लिमिटेड का यह अत्याधुनिक रोपवे न केवल आरामदायक सफर प्रदान करता है बल्कि पूर्ण रूप से सुरक्षित भी है। अभी तक हजारों श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक यात्रा करा चुका है। उनकी कंपनी 40 वर्ष से रोपवे निर्माण का काम कर रही है। 15 रोपवे आज वर्तमान में चल रहे हैं। सभी रोपवे में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग है। किसी भी आपातकाल की स्थिति में रोपवे तुरंत रुक जायेगा। जिससे कोई भी हादसा आसानी से रोका जा सकता है। यह आधुनिक सिस्टम हर तरह की गतिविधि पर बारीकी से नजर रखता है, जिसमें गति, वजन, रोप, ट्रॉली, हवा, बिजली सप्लाई आदि शामिल है। सुरक्षा उपकरणों की बात करें तो हनुमान धारा रोपवे चित्रकूट स्टेशन एरिया में सेफ्टी डिवाइस के रूप में इमरजेंसी स्विच लगा हुआ है।
नहीं रोका जाता तो टकरा जाती ट्रालियां
बता दें कि गुरुवार को हनुमानधारा रोपवे की छह ट्रालियां बीच में रुक गई थी। जिसमें 24 यात्री करीब 25 मिनट फंसे थे। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने तकनीकी खामी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था जबकि रोपवे संचालक और अन्य लोगों का कहना है कि अचानक तेज हवा चलने लगी थी तो रोक दिया गया था। यदि नहीं रोका जाता और ट्रालियां एक दूसरे के सामने आ जाती तो हवा के कारण टकरा सकती थी। इससे हादसा हो जाता। हवा और कोहरा में रोपवे का संचालन नहीं होता है।