वसंत की अगवानी में बारिश बनी वरदान
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : वसंत की अगवानी में हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : वसंत की अगवानी में हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। यह बरसात सरसों व चना के लिए अमृत बनकर बरसी है जबकि गेहूं की पैदावार बढ़ना तय है। किसानों की इससे भरपाई होने की संभावना है। खेत पर खड़ी सरसों के पीले फूल देखकर ऐसा लग रहा मानो वह वसंत के आ¨लगन को बेकरार हो। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि दो दिन में 20 मिलीमीटर बरसात बेहद फायदेमंद साबित होगी। डोलने लगी बयार, फैली महक
फरवरी में वसंत पंचमी के दिन से वसंत ऋतु का आगमन पूरी तरह हो जाएगा। ऋतुराज वसंत का भारतीय संस्कृति में बड़ा महत्व है। कड़कड़ाती ठंड के बाद प्रकृति की छटा देखते ही बनती है। पलाश के लाल फूल, आम के पेड़ों पर आई बौर, हरियाली और गुलाबी ठंड मौसम को सुहाना बनाती हैं। गेहूं, चना और सरसों की फसल अपने शवाब पर होगी। सरसों के खेत फूलों की पीली चादर में नजर आने लगे हैं। गेहूं व चना में दान की बाली दिखेगी। यह ऋतु सेहत की ²ष्टि से भी बहुत अच्छी मानी जाती है। आम आदमी के साथ जानवरों, पशु-पक्षियों में भी नई चेतना के साथ सुगंध फैलने लगी है। दस किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाएं बेहतर मानी जा रही हैं। किसानों का नजरिया
जिले में दो दिन अच्छी बारिश हुई है। पड़ोसी जनपद सतना और प्रयागराज में ओला गिरने की खबर है लेकिन चित्रकूट में सिर्फ बारिश होने से फसलों के लिए काफी फायदा होगा।
-महेंद्र ¨सह, किसान बरवारा इस साल ठंड ज्यादा नहीं होने से गेहूं व चना को फायदा कम दिख रहा था लेकिन बारिश ने सब ठीक कर दिया। इसका लाभ अच्छा होगा।
-शिव कुमार शुक्ला, प्रगतिशील किसान खुटहा। इनका कहना है
जिले में करीब 20 मिलीमीटर बारिश का फायदा फसलों को होगा। उत्पादन डेढ़ गुना तक बढ़ने की संभावनाएं हैं। साथ में किसानों को एक ¨सचाई की रकम कम खर्च करनी पड़ेगी।
-बसंत कुमार दुबे, जिला कृषि अधिकारी चित्रकूट।