जंगल में रेलवे ट्रैक किनारे बनेगी आठ किलोमीटर चेन लिक
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संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : जिले के रानीपुर वन्य जीव विहार मानिकपुर की सीमा से सटे पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघ फिर मझगवां रेंज पहुंच गया है। इसको लेकर वन अफसर सतर्क हो गए हैं। उधर, मुंबई-हावड़ा रूट पर आठ किलोमीटर जंगली क्षेत्र में चेन लिग लगाने का प्रस्ताव सतना वन मंडल ने भेजा है। इससे निकट भविष्य में हादसों पर रोक लगेगी।
यूपी-एमपी की सीमा में विध्य पर्वत श्रेणी में हिसक जानवरों का लगातार आना-जाना रहता है। पन्ना टाइगर रिजर्व से बाघिन, बाघ व उनके दो शावक कई दिन तक सतना-मानिकपुर रेलखंड में मझगवां से चितहरा के बीच डेरा डाले रहे। इसी बीच रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आकर तेंदुआ व जंगली बिल्ली की मौत भी हो गई। अब कॉशन हटाकर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई गई है। इसी बीच फिर बाघ के मझगवां तक आने से अफसरी सतर्क हो गए हैं। सतना वन संरक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि वन कर्मियों की टीमें ट्रैक के आसपास गश्त में लगाई गई हैं। रेल लाइन के दोनों ओर आठ किलोमीटर चेन लिग बनाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इसके बनने से राहत मिलेगी। वन संरक्षक ने बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व को पत्र लिखकर सर्तकता बढ़ाने के लिए कहा गया है। रानीपुर वन्य जीव प्रतिपालिक जीडी मिश्रा ने बताया कि अब बाघ की लोकेशन मझगवां में है। सतर्कता बढ़ाई गई है।