बंद क्रशर फिर खोलने की तैयारी, टीमों ने की जांच
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अब हाईवे किनारे प्रदूषण का कारक बने मानक विहीन क्रशर खो
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अब हाईवे किनारे प्रदूषण का कारक बने मानक विहीन क्रशर खोलने की फिर तैयारी कर ली गई है। शनिवार को प्रशासनिक, खनिज व प्रदूषण बोर्ड की संयुक्त टीमों ने जांच की। इस दौरान 15 में खामियां दूर होने की बात कही गई जबकि सात में अभी कमियां हैं। मानक दुरुस्त करने वालों को खोलने की हरी झंडी जल्द दी जाएगी।
शनिवार को उप जिलाधिकारी सदर इंदु प्रकाश के नेतृत्व में जिला खनिज अधिकारी मिथलेश कुमार पांडेय व प्रदूषण बोर्ड के असिस्टेंट इंजीनियर वीके दुबे की तीन सदस्यीय टीम ने 22 क्रशर में मानक देखे। एसडीएम ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर 27 क्रशर में करीब छह माह पहले तालाबंदी हुई थी। यह क्रशर एनएच किनारे होने के साथ धूल उड़ाते मिले थे। तालाबंदी के बाद क्रशर संचालकों ने बोर्ड में प्रत्यावेदन किया था कि सभी इंतजाम कर लिए हैं। एनएच से दूर स्थापित करने के लिए कुछ समय दिया जाए। इस पर बोर्ड ने जांच शुरू कराई है। 22 की शनिवार को हकीकत देखी गई। 15 जगह पेड़, दीवार और पानी के स्प्रिंकलर मिले जबकि सात में कई खामियां हैं। एसडीएम ने बताया कि क्रशर संचालकों ने एनएच से दूर स्थापना के लिए एक से तीन साल का समय मांगा है। उस पर विचार हो रहा है।