सीमा बंधन नहीं, फिर भी पकड़ से दूर बदमाश
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : धर्म नगरी चित्रकूट से अपहृत मासूम जुड़वां भाइयों को जमीन खा गई या
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : धर्म नगरी चित्रकूट से अपहृत मासूम जुड़वां भाइयों को जमीन खा गई या आसमान निगल गया। एमपी और यूपी की 26 पुलिस टीमें अब तक कोई सुराग नहीं लगा सकी हैं। दोनों प्रांतों की पुलिस को कार्रवाई करने में कोई सीमा बंधन भी नहीं है। संयुक्त आपरेशन भी चल रहे हैं लेकिन खाते में सिर्फ असफलता है। हाई प्रोफाइल अपहरण कांड में अब तो अधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है। कोई भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।
मंगलवार को मध्य प्रदेश के सतना जिला अंतर्गत नया गांव थानाक्षेत्र स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट की ओर से संचालित सद्गुरु पब्लिक स्कूल से नकाबपोश बदमाशों ने तमंचा की नोक पर बस से तेल व्यापारी ब्रजेश रावत निवासी रामघाट सीतापुर चित्रकूट के पांच वर्षीय जुड़वां बेटों प्रियांश और श्रेयांश को अगवा कर लिया था। अपहरण कांड के तत्काल बाद रीवां आइजी चंचल शेखर व उमेश जोगा, एसपी सतना संतोष ¨सह गौर के नेतृत्व में मध्य प्रदेश और एसपी मनोज कुमार झा और एएसपी बलवंत चौधरी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस जुटी है। इसके पीछे वजह वारदात एमपी में होने व पीड़ित परिवार के यूपी में रहने की है। बता दें, दस्यु आपरेशन में अक्सर सीमा बाधक बनती है। इसमें जब भी एक प्रदेश की पुलिस डकैतों का पीछा करती है तो वह दूसरी तरफ चले जाते हैं। हालांकि इस घटना में सीमाएं टूट चुकी हैं। कंधे से कंधा मिलाकर एमपी-यूपी पुलिस काम कर रही है। कई बार दोनों सूबे के उच्चाधिकारी एक साथ बैठक कर साझा रणनीति बना चुके है फिर भी करीब 200 घंटा बाद न बच्चों का सुराग लगा है और न बदमाशों का कुछ पता है। वारदात के मकसद तक को पुलिस नहीं जान सकी है। पूछने पर कोई भी अधिकारी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
चित्रकूटधाम डीआइजी ने किया मंथन
डीआइजी चित्रकूटधाम परिक्षेत्र अनिल कुमार राय ने मंगलवार को एमपी पुलिस अधिकारियों से मिलकर घटना को लेकर मंत्रणा की। उन्होंने बताया कि टीमें लगी हैं। जल्द पर्दाफाश किया जाएगा। सीतापुर पुलिस चौकी पहुंचकर इंचार्ज राम वीर ¨सह से भी अलग-अलग पहलुओं पहर जानकारी ली।