डीएम का फरमान बेअसर, सिर्फ दो डॉक्टर मिले
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे जिला अस्पताल पर डीएम का फरमान
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे जिला अस्पताल पर डीएम का फरमान भी बेअसर साबित हुआ है। निरीक्षण के बाद उन्होंने 12 चिकित्सक दूसरी जगहों से यहां संबद्ध करने के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक एक स्त्री रोग विशेषज्ञ समेत महज दो की तैनाती हो सकी है। ओपीडी, इमरजेंसी से लेकर वार्डों तक हालात खराब हैं। मरीजों को कोई राहत नहीं मिल पा रही है। अभी तक नए संबद्ध किए गए डॉक्टरों ने कार्य नहीं शुरू किया है। इनको किया गया संबद्ध
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवरामपुर से डा. विजेंद्र चौधरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर से स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रफीक अंसारी को जिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया है। इनमें डा. रफीक छह दिन और डा. विजेंद्र चौधरी तीन दिन प्रत्येक सप्ताह जिला अस्पताल में ड्यूटी देंगे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश खरे ने बताया कि डा. रफीक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। वह सिर्फ डिलीवरी कराने का काम देखेंगे। ओपीडी, इमरजेंसी व पोस्टमार्टम का काम नहीं करेंगे। इससे समस्या फिर भी बरकरार रहेगी। डीएम का यह था निर्देश
जिलाधिकारी विशाख जी ने जिला अस्पताल का 28 सितंबर को निरीक्षण किया था। यहां डॉक्टरों की कमी का मामला सामने आने पर उन्होंने प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत डॉक्टरों में एक दर्जन को अलग-अलग दिनों के लिए जिला अस्पताल से संबद्ध करने के निर्देश दिए थे। चिकित्सकों की कमी का पत्र शासन को भी कई बार लिखा जा चुका है पर राहत नहीं मिली है। जल्द सुधरेंगे हालात
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजेंद्र ¨सह ने बताया कि दो चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है। जल्द बाकी को भी संबद्ध किया जाएगा। इससे हालात सुधरेंगे। चिकित्सकों की कमी को पूरा करने पर फोकस किया गया है।