धर्म नगरी में संतों से मिले मोरारी बापू, किए कामतानाथ के दर्शन
जागरण संवाददाता, चित्रकूट/राजापुर : राम कथा वाचक संत मोरारी बापू रविवार को विशेष विमान
जागरण संवाददाता, चित्रकूट/राजापुर : राम कथा वाचक संत मोरारी बापू रविवार को विशेष विमान से प्रभु श्रीराम की तपोभूमि पहुंचे। यहां भगवान कामतानाथ के दर्शन संग मां मंदाकिनी की पूजा अर्चना की। मौन व्रत की वजह से संतों से मुलाकात के दौरान इशारों में बातचीत कर कुशल पूछी। इसके बाद गोस्वामी तुलसीदास की जन्म स्थली राजापुर पहुंच मानस मंदिर में पूजा अर्चना की। रात्रि विश्राम के बाद सुबह वह वाराणसी जाएंगे।
संत मोरारी बापू रविवार को कानपुर से विशेष विमान के माध्यम से शाम करीब तीन बजे देवांगना हवाई पट्टी पहुंचे। वहां पर नगर के तमाम लोगों ने फूल माला के साथ उनकी अगवानी की। यहां से वह सीधे कार द्वारा कामदगिरि प्रचीन मुखार¨बद पहुंचे। भगवान कामतानाथ की पूजा अर्चना के बाद धर्म नगरी से संतों से भी मिले। इसके बाद राम घाट पहुंच कर मंदाकिनी पूजन कर जल से आचमन किया। अपनी जप माला को भी स्नान कराया। फिर आरोग्यधाम पहुंचकर अपनी कुटी में कुछ देर रुके। वहां से राजापुर जाकर तुलसी कुटीर मंदिर और मानस मंदिर गए। यहां गोस्वामी तुलसीदास द्वारा हस्तलिखित राम चरित मानस अयोध्या काण्ड का हाथ में लेकर पाठ भी किया। मंदिर के पुजारियों की कुशल जानी। मां का¨लदी को प्रणाम किया। तुलसी कुटीर के बाहर सभी भक्त जनों से मिले। चतुर्मास में मौन व्रत के कारण भक्तों को स्लेट पर लिखकर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर मनोज द्विवेदी, राधेश्याम सोनी, गोपेश्वर नाथ अग्रवाल, लक्ष्मी नरायण द्विवेदी, राम किशोर मिश्र, ओंकारनाथ चतुर्वेदी, हर प्रसाद चतुर्वेदी, विष्णु कान्त, जय नरायण द्विवेदी, गोकुल पाण्डेय, राम प्रसाद गर्ग, शंकर दयाल जायसवाल, राहुल ओझा, मदन पालीवाल और विवेक अग्रवाल समेत सैकड़ों लोग रहे।