अनलॉक-एक में शादी, कामतानाथ के दर पर टेका माथा
जागरण संवाददाता चित्रकूट यूपी-एमपी क्षेत्र में अमावस्या मेला स्थगित होने के बाद भी सैकड़ों श्रद्ध
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : यूपी-एमपी क्षेत्र में अमावस्या मेला स्थगित होने के बाद भी सैकड़ों श्रद्धालु शनिवार रात को ही धर्म नगरी चित्रकूट में पहुंच गए। राम घाट पर मंदाकिनी में कुछ ने डुबकी भी लगाई। इसके बाद कामतानाथ स्वामी के दर्शन किए। इस बीच महोबा से आए नवविवाहित जोड़े ने कामतानाथ मंदिर में माथा टेक कर मनोकामना की। कहा कि प्रभु के प्रति आस्था शादी के दूसरे ही दिन यहां खींच लाई।
महोबा जिले के महोबकंठ अंतर्गत मड़वारी निवासी पन्ना लाल ने बताया कि 20 जून को उनकी शादी मुड़ारी, बेलाताल महोबा निवासी कौशल्या के साथ हुई थी। शादी के लिए बाकायदा अनुमति ली गई। बताया कि कामतानाथ स्वामी के दर्शन करने की पहले ही मन्नत मानी थी। अमावस्या मेला स्थगन की जानकारी नहीं होने पर वह लोग पहुंच गए। अब बाहर से ही दर्शन कर वापस लौट रहे हैं। उधर, अमावस्या के मौके पर सुबह से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही तीर्थ क्षेत्र में पैदल नजर आए। इन लोगों ने मंदिरों के बाहर ही हाथ जोड़कर भगवान को प्रणाम किया और आगे बढ़ गए। सीमाएं सील, तैनात रहे मजिस्ट्रेट
यूपी-एमपी क्षेत्र की सीमाएं रविवार को सील रहीं। अमावस्या मेला स्थगन को लेकर मजिस्ट्रेट भी तैनात रहे। चित्रकूट क्षेत्र में यूपीटी तिराहा से पहले ही वाहनों को रोका गया। कामदगिरि परिक्रमा पथ भी पूरी तरह बंद रहा। किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। लोगों ने भगवान कामतानाथ स्वामी के दर्शन कर बाहर से ही पूजा-अर्चना की। पहले से स्थगन व कामतानाथ स्वामी के पट बंद होने की सूचना मिलने से श्रद्धालु रविवार को नहीं आए। कुछ लोग पहुंचे भी तो उनको रोका गया। सूर्य ग्रहण से पहले किया स्नान
रविवार को सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले ही राम घाट व आसपास के स्थानीय लोगों के साथ दूर-दराज से आने वाले दर्जनों श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी स्नान भी किए। जलदान कर प्रभु से प्रार्थना की। इसके साथ पर्णकुटी, यज्ञवेदी, स्वामी मत्यगजेंद्र नाथ मंदिर में बाहर से ही दर्शन किए। हनुमानधारा, स्फटिक शिला, सती अनुसुइया आश्रम, गुप्त गोदावरी में भी श्रद्धालु पहुंचते रहे।