माराचंद्रा नहर की पुलिया टूटी, सड़क में बह रहा पानी
जागरण संवाददाता चित्रकूट ओहन बांध की माराचंद्रा माइनर की पुलिया टूटी होने के कारण
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : ओहन बांध की माराचंद्रा माइनर की पुलिया टूटी होने के कारण नहर का पानी सड़कों में बह रहा है जबकि किसान खेतों में पलेवा के लिए पानी को तरस रहा है। जबकि बर्बाद हो रहे पानी को सिचाई विभाग के अधिकारी नहीं देख रहे हैं। किसानों ने डीएम से शिकायत की है।
उमराव सिंह, विजय सिंह, बच्चा यादव, राघवेंद्र सिंह, गोविद, अरुण सिंह, इंद्र द्विवेदी आदि ने बताया कि ओहन बांध से माराचंद्रा, ऐंचवारा, खरौंध, समेरदहा, मदना, चर आदि दर्जनों गांवों में सिचाई होती है। इसकी मुख्य नहर से माराचंद्रा के लिए माइनर संचालित है। गांव के लगभग चार सौ किसान इसी माइनर से करीब डेढ़ हजार बीघा रकबा सींचते हैं। पिछले करीब छह माह से माइनर की पुलिया टूटी है। जिससे नहर का पानी सड़क से होकर बह रहा है।लोगों को पलेवा के लिए दिक्कतें है। साथ ही सड़क में बह रहे पानी से आवागमन में भी परेशानी है। उन्होंने कई बार सिचाई विभाग से पुलिया ठीक कराने की मांग की लेकिन कोई अधिकारी सुन नहीं रहा है। जबकि पानी नहीं मिलने से करीब तीन सौ बीघा से अधिक रकबा पलेवा के लिए पड़ा है। किसानों का आरोप है कि सिचाई विभाग केवल कागजों में ही पुलिया मरम्मत, कटाव व नहरों की साफ-सफाई कर रहा है। धरातल में कोई काम नहीं कराया जाता है। पाठा के पथरीला इलाका में ज्यादातर रकबे की सिचाई जलाशयों से निकाली नहरों से होती है। लेकिन सिचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से किसान परेशान है। अधिशाषी अभियंता सिचाई आशुतोष कुमार ने बताया कि उनके संज्ञान में नहीं है, पता करते हैं।