भादों की अमावस्या पर चित्रकूट में उमड़ा आस्था का सैलाब
आस्था के केंद्र चित्रकूट में भादों अमावस्या का काफी महत्व है। माह की अमावस्या को यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। भादों, श्रावण व दीपावली की अमावस्या पर विशेष आस्था दिखती है।
चित्रकूट (जेएनएन)। भादों की अमावस्या पर आज धर्मनगरी चित्रकूट में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में लोगों ने आज यहां पर मंदाकिनी में स्नान के बाद कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा की।
प्रभु श्रीराम की तपोभूमि में भादों की अमावस्या को कल रात से ही यहां पर लोगों का रेला पहुंचा। यहां पर देश के कोने कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। रामघाट पर मंदाकिनी में स्नान करने के कामदगिरि परिक्रमा की होड़ लगी हुई है। यहां लोगों के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया है।
आस्था के केंद्र चित्रकूट में भादों अमावस्या का काफी महत्व है। प्रत्येक माह की अमावस्या को यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। भादों, श्रावण व दीपावली की अमावस्या पर विशेष आस्था दिखती है। आज भादों की अमावस्या को लेकर कल रात से ही श्रद्धालुओं का बस, ट्रेन व निजी वाहनों से आगमन शुरू हो गया था। आज यहां पर सुबह से श्रद्धालु मंदाकिनी स्नान व चित्रकूट के महाराजाधिराज मत्य गजेंद्रनाथ के दर्शन के बाद कामदगिरि के लिए रवाना हुए।
प्रशासन चौकस, कुछ खामियां भी हावी
अमावस्या को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस ने पूरी चौकसी दिखाई। 250 बस व चार मेला स्पेशल ट्रेन संचालित हैं। 16 सेक्टर मजिस्ट्रेट निगरानी कर रहे हैं। इसके बाद भी श्रद्धालुओं को चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन से स्थानीय स्तर पर यातायात व्यवस्था ठीक नहीं होने से पैदल भी जाना पड़ा। कल रात कई घण्टे तक बिजली गुल होने से भी दिक्कतें हुईं।
भीड़ बढऩे से कई जगह रोका, पार्किंग समस्या
धार्मिक आस्था पर सतना जिला क्षेत्र के तीर्थ स्थलों पर लोगों को रोका गया। गुप्त गोदावरी गुफा बंद होने से अमावस्या पर श्रद्धालु गोदावरी की प्राचीन गुफा का दर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
जिला प्रशासन सुरक्षा कारणों का हवाला दे रहा है। अब द्वार खुलवाने की तैयारी है। इससे हजारों श्रद्धालु बिना दर्शन लौट गए हैं। श्रद्धालुओ को राम लक्ष्मण कुंड, शेषावतार के दर्शन मिलने में भी दिक्कतें हुईं।