तपोभूमि के जंगल में तपस्या करती मिली किशोरी, डेढ़ साल पहले छोड़ा था घर, नैनी में दर्ज है गुमशुदगी का मामला
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक थाना बहिलपुरवा जिस संन्यासी वेश किशोरी के जंगल से लाए थे उसका नाम सिद्धि शर्मा है। उसने पिता का नाम शालिकनाथ व माता का रतन बताया है और मध्य प्रदेश के जिला पन्ना की रहने वाली है।
चित्रकूट, जागरण संवाददाता: तपोभूमि के जंगल में तपस्या करती मिली किशोरी मध्य प्रदेश के जिला पन्ना की रहने वाली है। उसने डेढ़ वर्ष पहले घर छोड़ दिया था और संन्यास वेश धारण कर प्रयागराज के अखाड़ा पुरी शंकराचार्य महिला आश्रम अरैल घाट नैनी में करीब एक वर्ष रही और मई में चित्रकूट तपस्या के लिए आ गई थी।
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक थाना बहिलपुरवा जिस संन्यासी वेश किशोरी के जंगल से लाए थे, उसका नाम सिद्धि शर्मा है। उसने पिता का नाम शालिकनाथ व माता का रतन बताया है और मध्य प्रदेश के जिला पन्ना की रहने वाली है। वह जून 2021 में अपने घर से निकल कर प्रयागराज में अखाड़ा परी शंकराचार्य महिला आश्रम अरैल घाट नैनी पहुंच गई थी।
वहां पर लगभग मई 2022 तक रही और उसके आश्रम से निकलकर चित्रकूट आई। यहां पर रामघाट, हनुमानधारा, सती अनुसुइया में कर घूम पूजा पाठ करती रही, फिर लखनपुर गांव के पास स्थित रामनगर पहाड़ की चोटी में रहकर तपस्या करने लगी।
प्रभारी निरीक्षक बहिलपुरवा गुलाबचंद्र सोनकर ने किशोरी को समझा-बुझाकर वहां से ला कर वन स्टॉप सेंटर कर्वी में पहुंचाया था। प्रभारी महिला आश्रम प्रयागराज को किशोरी द्वारा बताए गए मोबाइल फोन नंबर के माध्यम से सूचना दी गई।
प्रभारी महिला आश्रम ने बताया है कि थाना नैनी में किशोरी के सम्बन्ध में गुमशुदगी दर्ज है। वहीं दूसरी ओर वन स्टाप सेंटर से किशोरी को बाल कल्याण समिति के सामने भी पेश किया गया था। रविवार होने कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सोमवार को आगे की कार्रवाई की जाएगी।