मानदेय की मांग को लेकर भरी हुंकार
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष अमृता चतुर्वेदी के नेत
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष अमृता चतुर्वेदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सदर एसडीएम को सौंपा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वायदा किया था कि हमारा सहयोग करें और 120 दिनों में आंगनबाड़ियों का सम्मानजनक मानदेय देंगे।
आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष अमृता चतुर्वेदी ने कहा कि आंगनबाड़ियों को चार हजार रुपए, मिनी को तीन हजार रुपए व सहायिकाओं को दो हजार दिया जाता है। कमरतोड़ महंगाई में इस मानदेय से गुजारा होना कठिन है। महामंत्री रसीदा बेगम ने कहा कि इस विभाग में ज्यादातर विधवा, तलाकसुदा व बीपीएल के नीचे की महिलाएं हैं जो भी सरकार आई गरीबी का लाभ उठाकर उनका मजाक बनाया। 120 दिन पूरे होने पर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने को आंदोलन किया। पौने चार लाख आंगनबाड़ी सहायिकाओं की बेचैनी बढ़ने लगी। उपाध्यक्ष सीता देवी ने बताया कि शांतिपूर्ण आंदोलन पर अधिकारियों की तानाशाही शुरू हो गई। मुख्य भूमिका निदेशक राजेंद्र कुमार की रही। इन्होंने बेबस महिलाओं पर लाठीचार्ज करवाया। उपाध्यक्ष विमला रामायणी ने कहा कि निदेशक ने पौने चार लाख आंगनबाड़ी व उनके परिवारों को सरकार विरोधी बनाने का पूरा प्रयास किया।
इस मौके पर शैल श्रीवास्तव, अरुंधती,निशा, संतोषी, पूजा सोनी, लक्ष्मी, ऊषा, रंजना, करूणा, सीता, रेखा, सोनी, आशा, बेला देवी व कमला देवी आदि आंगनबाड़ियां मौजूद रहीं।