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सुबह से शाम तक चे¨कग, जांच उपकरण शोपीस

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के नाम पर प्रतिदिन सुबह से

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 05:06 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 05:06 PM (IST)
सुबह से शाम तक चे¨कग, जांच उपकरण शोपीस
सुबह से शाम तक चे¨कग, जांच उपकरण शोपीस

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के नाम पर प्रतिदिन सुबह से शाम तक भले चे¨कग का ड्रामा कर्वी मुख्यालय में होता है लेकिन सच्चाई इतर है। कार्यालय में रखे जांच उपकरणों में धूल जमने से शोपीस बन चुके हैं। अल्कोहल, स्पीड मापक समेत जांच के लिए जरूरी कोई भी उपकरण चे¨कग के दौरान इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं। इसलिए मुख्यालय के साथ राजापुर, मानिकपुर व मऊ तक हाईवे से अंदरूनी सड़कों पर बेखौफ वाहन सवार नियमों की अनदेखी कर धमाचौकड़ी करने में मशगूल हैं। अर्से से नहीं हुआ इस्तेमाल

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शासन से यातायात नियंत्रण के लिए जिले को इलेक्ट्रानिक उपकरण व सामग्री भेजी गई है लेकिन जांच के दौरान इनका इस्तेमाल नहीं होता है। इससे धीरे-धीरे यह उपकरण भी खराब होने लगे हैं। हेलमेट, सीट बेल्ट, कागजात जांचने के नाम पर प्रतिदिन दोपहिया, कार सवारों से पुलिस शमन शुल्क वसूल कर इतिश्री कर लेती है लेकिन बालू, गिट्टी व दूसरे सामानों की ओवरलो¨डग कर गुजरने वाले ट्रकों को रोकने में तेजी नहीं दिखती है। नशा, फर्राटा व स्टंट के शौकीन बहुत

वर्तमान में जिला मुख्यालय कर्वी के साथ राजापुर, मानिकपुर, मऊ समेत अन्य जगहों पर युवा नशे की गिरफ्त में हैं। स्पो‌र्ट्स गाड़ियों पर फर्राटा भरने, स्टंट करने में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रेशर हार्न के शोर के कारण मुख्यालय के अंदर से गुजरे हाईवे पर अक्सर लोगों को परेशानी होती है। संसाधन खूब, इस्तेमाल की जरूरत

यातायात पुलिस के पास संसाधनों की कमी नहीं है। वर्तमान में टीएसआई समेत करीब एक दर्जन कांस्टेबल, दस होमगार्ड व 25 पीआरडी जवान मुख्यालय की व्यवस्था संभालने में लगे हुए हैं। आधुनिक उपकरणों का बेहतर इस्तेमाल होने से समस्या हल हो सकती है। यह उपकरण खा रहे धूल

अल्कोहल मापक यंत्र, -स्पीड रडार (गति मापक यंत्र), कैमरा, मोबाइल व चैनल बैरियर, कोलार्ड डिवाइडर आदि। यातायात उलझाव के प्रमुख प्वाइंट

पुरानी कोतवाली चौराहा, ट्रैफिक चौराहा, चकरेही चौराहा, पटेल तिराहा, बेड़ी पुलिया, मंदाकिनी पुल के आसपास, बस अड्डा। इनका कहना है

आधुनिक उपकरण स्पीड रडार व अल्कोहल मापक यंत्र का इस्तेमाल समय-समय पर करते हैं। अब लगातार सतर्कता बरती जाएगी ताकि नियमों की अनदेखी नहीं हो सके।

-योगेश कुमार यादव, यातायात प्रभारी चित्रकूट। वाहन चे¨कग के दौरान प्रेशर हार्न, सीट बेल्ट, हेलमेट देखने संग उपकरणों का इस्तेमाल प्रभावी ढंग से कराया जाएगा। इसमें कोताही करने पर यातायात टीम पर कार्रवाई होगी।

-मनोज कुमार झा, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट।


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