खेतों पर अन्नदाता, अमावस्या पर भीड़ कम
जागरण संवाददाता चित्रकूट रबी की फसल की कटाई को लेकर अन्नदाता के खेत पर होने के क
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : रबी की फसल की कटाई को लेकर अन्नदाता के खेत पर होने के कारण शुक्रवार को चैत्र अमावस्या पर भीड़ अपेक्षा से कम रही। हालांकि जिला प्रशासन ने अपने इंतजाम दुरुस्त रखे। सुबह लेकर शाम तक पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी स्नान कर कामदगिरि परिक्रमा लगाई। इस दौरान जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। कुछ असर चुनावी मौसम व भीषण गर्मी ने भी डाला।
शुक्रवार सुबह से राम घाट चित्रकूट में करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में स्नान कर दान पुण्य किया। भगवान कामता नाथ के दर्शन के साथ कामदगिरि परिक्रमा लगा कर सुख समृद्धि की कामना की। यह भीड़ पिछले वर्षों की अपेक्षा काफी कम रही। प्रशासन के अनुमान में दो से तीन लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की आस थी लेकिन संख्या कम रही। इसके लिए रेलवे ने तीन मेला स्पेशल ट्रेनें भी चलाईं पर वह खाली दौड़ती रहीं। अन्नदाता के खेत में होने के कारण अमावस्या पर अधिकांश नहीं आए। छतरपुर से आए किसान पन्ना लाल ने कहा कि प्रत्येक अमावस्या में उनका पूरा परिवार परिक्रमा करने पहुंचता रहा है लेकिन फसल कटाई के कारण सभी को छोड़ कर आना पड़ा। वहीं, बांदा के कल्लू ने कहा कि उनके गांव से सैकड़ों साथी आते थे पर इस बार नहीं आ सके। आराम फरमाते रहे अधिकारी
अमावस्या मेला को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने राम घाट से लेकर परिक्रमा पथ तक अधिकारियों और पुलिस जवानों की तैनाती की थी लेकिन मेला में भीड़ कम होने के कारण श्रद्धालु आराम से स्नान करने के बाद परिक्रमा लगाते रहे। इससे अधिकारी और पुलिसकर्मी चाय पान की दुकानों पर गप व मोबाइल पर मशगूल नजर आए। सफाई कर्मियों की भी मुश्किलें कम
मेला में सफाई कर्मियों को भी कम दिक्कतें रहीं। नगर पालिका कर्मियों को सफाई के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। नगर पालिका अधिशासी अधिकारी नरेंद्र मोहन मिश्र ने कहा कि इस बार के मेला में काफी कम भीड़ रही जबकि उनकी ओर से पूरे इंतजाम दुरुस्त रहे।