Move to Jagran APP

खाद के लिए किसान सुबह से केंद्रों डाल रहे डेरा

जागरण संवाददाता चित्रकूट डीएपी के लिए जूझ रहे किसानों को गेहूं बुआई की चिता सता रह

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 07:18 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 07:18 PM (IST)
खाद के लिए किसान सुबह से केंद्रों डाल रहे डेरा
खाद के लिए किसान सुबह से केंद्रों डाल रहे डेरा

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : डीएपी के लिए जूझ रहे किसानों को गेहूं बुआई की चिता सता रही है। खाद की उम्मीद में किसान सुबह से समितियों व वितरण केंद्रों में पहुंच जाते हैं। शनिवार को भी विभिन्न केंद्रों में सुबह से किसानों की लंबी कतार रही। गल्ला मंडी में तो वितरण में हो रही देरी के कारण किसान आक्रोशित हो गए। वे एनएच में जाम लगाने जा रहे थे लेकिन अधिकारियों ने उनको समझाया और वितरण शुरू कराया।

loksabha election banner

रबी फसल बोआई का अंतिम समय चल रहा है ऐसे में किसानों को इस बात की चिता है कि अगर समय से बोवाई नहीं कर पाए तो अच्छा उत्पादन नहीं मिलेगा। गल्ला मंडी कर्वी में इफको के संचालित वितरण केंद्र पर शनिवार को सुबह पांच बजे से ही किसान पहुंच गए थे। जबकि केंद्र सुबह 10 बजे खुला। इसके पहले ही करीब दो सैकड़ा किसानों की भीड़ जुट गई थी। केंद्र खुलते ही किसान हंगामा करने लगे। कुछ किसान जाम लगाने को एनएच कर्वी -राजापुर की ओर बढ़े लेकिन तब तक वितरण शुरू हो गया। यहां जिला कृषि अधिकारी के देखरेख में शाम करीब सात बजे तक वितरण हुआ। बता दें कि धान की कटाई के बाद किसानों ने गेहूं की बोवाई के लिए खेत तैयार किए है। अब तैयार पड़े खेतों की नमी खत्म हो रही है। उसके किसान चितित है। दो बोरी के कारण बढ़ रही भीड़

किसानों की केंद्रों में बढ़ रही भीड़ का एक कारण दो बोरी खाद मिलना है। एक किसान को दो बोरी खाद दी जा रही है जबकि तमाम किसान है जिनको रकबा के अनुसार अधिक खाद की जरूरत है ऐसे किसान अपने परिवार की महिला व अन्य सदस्यों को भी लेकर केंद्रों में पहुंच रहे हैं। ताकि किसी तरह से खाद मिल सके। सहकारी समिति ऐंचवारा, रामपुर बांधी, पहाड़ी, लोहदा, चकौंध समेत सभी जगह यही हाल देखने को मिला। किसान सुबह से ही खाद के लिए भूखे-प्यासे पहुंचकर डे़रा जमाए रहे। लक्ष्य के अनुरूप हो रहा वितरण

जिला कृषि अधिकारी राजपति शुक्ल ने बताया कि बीते साल दिसंबर तक करीब दस हजार मीट्रिक टन डीएपी का वितरण हुआ था। इस साल भी अभी तक साढ़े आठ हजार एमटी से अधिक खाद बांटी जा चुकी है। जो इस समय के अनुसार अधिक है। शासन को और डिमांड भेजी गई है दो तीन दिन में एक रैक और खाद जिले को मिल जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.