यहां से बचकर निकलना, ये बरगढ़-मड़हा मार्ग
संवाद सूत्र बरगढ़ (चित्रकूट) जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर बरगढ़-मड़हा मार्ग ब
संवाद सूत्र, बरगढ़, (चित्रकूट) : जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर बरगढ़-मड़हा मार्ग बनने के महज दो साल में ही बदहाली का शिकार हो गया है। हर दिन एमपी के रीवां घूमन और मड़हा के खदानों से सैकड़ों ट्रकों के गुजरने से सड़क पर जगह-जगह गड्ढे नजर आ रहे हैं। दो साल पहले 4.98 लाख की लागत से साढ़े सात किलोमीटर दूरी की सड़क पर आए दिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत से बनी यह सड़क एनएच 35 से एमपी के रीवां जाने वाले मार्ग से जोड़ता है। सड़क पर जगह-जगह बने गड्ढे में दो पहिया वाहन फंस जाते हैं। और यात्री गिरकर घायल हो रहे हैं। इस मार्ग से हर दिन घूमन और मड़हा के खदानों से एक सैकड़ा भारी वाहन और दो सौ से अधिक छोटे वाहनों का आवागमन होता है। आए दिन होते है हादसे
मऊ तहसील के बरगढ़-मड़हा मार्ग पर आए दिन हादसे होते हैं। दो लोगों की जान भी जा चुकी है। दो माह पहले एक अधेड़ की ऑटो से गिरने की वजह से मौत हो गई थी। इस घटना से पूर्व 12 मई को साइकिल सवार अनियंत्रित होकर अचानक गिरकर डंपर की चपेट में आ गया था। जिसकी मौत हो गई थी। बोले ग्रामीण
-खोहर निवासी रामनेरश पाल ने बताया कि दिनभर भारी वाहनों आते जाते हैं। आए दिन राहगीर गिरकर चोटहिल हो रहे हैं।सड़क की मरम्मत जल्द नहीं हुई तो किसी दिन बडी घटना हो सकती है। -बरगढ़ के डोड़िया माफी निवासी सुनील मिश्र कहते हैं कि बारिश में सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं देते। ऐसे में दुर्घटनाएं बढ़ सकती हैं। शीघ्र सड़क की मरम्मत होनी चाहिए। इनका कहना है
सड़क वाकई बेहद खराब है। ओवरलोडिग वाहनों पर रोक लगाने के लिए खनन अधिकारी को पत्र लिखा गया है। अगस्त के पहले सप्ताह तक सड़क की मरम्मत करा दी जाएगी।
प्रकाश सिद्धार्थ, अधिशाषी अभियंता, पीएमजीएसवाइ, चित्रकूट।