'उद्यम अभिलाषा' से मिलेगी उद्यमिता को उड़ान
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : देश के 115 व उत्तर प्रदेश के आठ आकांक्षा जनपदों में अब 'उद्यम
जागरण संवाददाता, चित्रकूट :
देश के 115 व उत्तर प्रदेश के आठ आकांक्षा जनपदों में अब 'उद्यम अभिलाषा जागरूकता अभियान' युवाओं, महिलाओं व जरूरतमंद को स्वरोजगार की मंजिल तक पहुंचाएगा। इसके लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के सहयोग से ई-गवर्नेस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड ने कदम बढ़ाए हैं। केंद्र सरकार की इस पहल के अंतर्गत पहले चरण में पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। डिजिटल सेवा केंद्र व विलेज लेबल इंटरप्रेन्योर (वीएलई) स्वरोजगार के लिए आगे आने वालों के मददगार बनेंगे। विशेषज्ञ समय-समय पर प्रशिक्षण देने के साथ जानकारियां साझा करेंगे।
यह हैं आकांक्षा जनपद, चित्रकूट में 180 को प्रशिक्षण
विकास की दौड़ में पिछड़े जिलों को आकांक्षा जनपद योजना के तहत चयनित किया गया है। प्रदेश में चित्रकूट, बहराइच, बलरामपुर, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, चंदौली और फतेहपुर शामिल हैं। जिला उद्योग केंद्र में तीन से सात अक्टूबर तक प्रतिदिन तीन घंटे उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र एसके केसरवानी, लखनऊ स्थित सिडबी के शाखा प्रबंधक सुरेश भाऊ पवार, जिला समन्वयक बदरुद्दीन खान व ई-गवर्नेस सर्विसेज के प्रशिक्षकों ने 180 लोगों को प्रशिक्षण दिया है।
जिले में यहां वीएलई
चित्रकूट में विलेज लेबल इंटरप्रेन्योर (वीएलई) छह स्थानों पर स्थापित किए गए हैं। इनमें तीन कर्वी मुख्यालय, बरगढ़ में दो और राजापुर में एक केंद्र खोला गया है। जिले में बनाए गए अलग-अलग डिजिटल सेवा सेंटर भी सहभागी रहेंगे।
इन उद्योगों व कार्यो का प्रशिक्षण
महिलाओं को ब्यूटी पार्लर, सिलाई-कढ़ाई व बुनाई प्रशिक्षण केंद्र खोलने के गुर सिखाए गए हैं। इसके साथ मोबाइल रिपये¨रग, इलेक्ट्रानिक उत्पाद, मोबाइल व गारमेंट्स शोरूम, डेयरी, मुर्गी व कुक्कुट पालन, पशु पालन, राइस मिल, फ्लोर मिल, ईट उद्योग समेत अन्य।
यह सिखाए गए गुर
- उद्योग लगाने के साथ प्रबंधक की तकनीक।
- बाजार में कच्चे माल की उपलब्धता व बिक्री।
- केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत मिलने वाले ऋण की जानकारी।
- उद्योग के लिए प्रोजेक्ट तैयार करने, पंजीयन कराने के पहलू। इनका कहना है
पांच दिवसीय प्रशिक्षण के बाद अब डिजिटल सेवा केंद्रों, वीएलई के माध्यम से प्रशिक्षण देकर जरूरतमंदों को सुझाव दिए जाएंगे। सिडबी समेत अन्य बैंकों से ऋण मुहैया कराने की जानकारी दी गई है।
- सुरेश बी. पवार, शाखा प्रबंधक, सिडबी लखनऊ युवाओं को नौकरी के बजाय स्वरोजगार मुहैया कराने की तरफ कदम बढ़े हैं। आकांक्षा जनपदों के युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भविष्य में इसके सुखद परिणाम आने तय हैं।
- एसके केशरवानी, उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र चित्रकूट