अस्पतालों में चिकित्सकों-कर्मियों की कमी, जल्द तैनाती
-अपर स्वास्थ्य निदेशक ने स्वीकारा, कहा कि दिखेगा बदलाव -मंडल के चारों जिलों में 50 फीसद चिि
-अपर स्वास्थ्य निदेशक ने स्वीकारा, कहा कि दिखेगा बदलाव
-मंडल के चारों जिलों में 50 फीसद चिकित्सकों के पद रिक्त
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मंडल के चारों जिलों में सरकारी अस्पतालों में 50 फीसद चिकित्सकों व कर्मियों की कमी है। धर्म नगरी का जिला अस्पताल भी इससे अछूता नहीं है। चिकित्सकों की कमी नई बात नहीं है। इसके लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ चुका है। जल्द नई तैनाती कर इस कमी को दूर किया जाएगा। यह बात मंगलवार को यहां आए अपर स्वास्थ्य निदेशक चित्रकूट धाम मंडल डॉ. ओंकार नाथ कौशल ने कही।
अस्पताल में सीएमएस से मिलने के बाद बाहर निकले अपर स्वास्थ्य निदेशक ने सरकारी अस्पतालों में कर्मियों व चिकित्सकों की कमी की बात स्वीकारी। कहा कि वाकई यह समस्या गंभीर है। इसके समाधान के लिए विभाग की ओर से प्रयास जारी हैं। उन्होंने माना कि चित्रकूट सहित मंडल के चारों जिलों में चिकित्सकों की भारी कमी है। मंडल के हर जिले में 40 से 50 फीसद चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर समेत अन्य जगह स्थित अस्पतालों में डॉक्टरों की तैनाती के लिए जिलाधिकारियों
के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजे गए हैं। मंडलायुक्त ने भी चारों जिलों में चिकित्सकों की कमी का विवरण मुख्यमंत्री को भेजकर जल्द तैनाती की बात कही है। इससे यह समस्या खत्म होगी।
स्थानांतरित पांच डॉक्टर नहीं होंगे कार्य मुक्त
अपर स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि चित्रकूट जिला चिकित्सालय से स्थानांतरित किए गए पांच चिकित्सकों को फिलहाल यहां से कार्य मुक्त नहीं करने के आदेश दिए गए हैं। यहां रिक्त पदों पर जल्द तैनाती की कोशिश हो रही है। इससे समस्या जल्द दूर होगी। साथ में मरीजों को राहत मिलेगी। बुजुर्ग मौत मामले में जांच के बाद कार्रवाई
सरकारी डॉक्टर की निजी क्लीनिक पर वृद्ध की मौत मामले में उन्होंने कहा कि प्रकरण की तीन सदस्यीय टीम जांच कर रही है। सीएमएस के नेतृत्व में जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी मिलने पर कड़ी कार्रवाई तय है। वहीं, अपर स्वास्थ्य निदेशक ने चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को लेकर सीएमएस डा. राजेश खरे से एक घंटे तक बातचीत कर जानकारी ली।