आपराधिक वारदातें प्रशासन को नहीं कर रहीं चौकन्ना
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित प्रभु श्रीराम की तपोभूमि
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट की सुरक्षा को लेकर दोनों प्रदेश का प्रशासन उदासीन बना है। आलम यह है कि कोई भी कहीं से आकर यहां पर डेरा डाल ले पूछने वाला नहीं है। यहीं वजह है कि इधर लूट, हत्या और चोरी आदि की घटनाओं में इजाफा देखा जा रहा है।
'चित्रकूट में रम रहे रहिमन अवध नरेश, जापर विपदा पड़त है सो आवत यहि देश।' कवि रहीमदास का यह दोहा बताने के लिए काफी है कि जिसके ऊपर विपत्ति आती है वह यहां पर आता है लेकिन आज स्थिति यह है कि बाहर से आने वाले कुछ लोग तपोभूमि की विपत्ति को बढ़ाने लगे हैं। आए दिन आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और यूपी एमपी का प्रशासन आंखें मूंदे है। हाल में ही धर्मनगरी के एमपी क्षेत्र में दो हत्या सहित एक टप्पेबाजी कामदगिरि मंदिर से हो गई थी। इनके अपराधियों को पुलिस द्वारा पकड़ना तो दूर पहचान भी नहीं करा सकी है।
नहीं होती किसी की पहचान
तपोभूमि में वैसे तो प्रतिदिन हजारों और विशेष पर्वो में लाखों श्रद्धालु आते हैं लेकिन तमाम बाहरी लोग ऐसे हैं जो यहां रहकर व्यापार करते हैं या भिक्षाटन का कार्य करते हैं लेकिन ऐसे लोगों का कोई भी वेरीफिकेशन नहीं होता है। खास कर व्हील चेयर चलाने वाले और दुकान करने वालों को नजर अंदाज किया जाता है। व्हील चेयर चालक तो वृद्ध या बीमार श्रद्धालुओं को बैठाकर घुमाते हैं। वह उनके साथ पांच किलोमीटर की परिक्रमा में कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि उनका कोई सत्यापन नहीं होता है। यही हाल दुकानदारों का है जो दुकानें सजाए हैं लेकिन उनका कोई प्रशासन की ओर से उनका पंजीकरण नही होता है। पर्वो में तो यह दुकानदारों की संख्या और बढ़ जाती है।
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'तपोभूमि में साधु संतों सहित दुकानदारों व व्हीलचेयर चालकों आदि का वेरीफिकेशन जरूरी है यह काम नगर पंचायत को करना चाहिए क्योंकि वहीं टैक्स वसूलती है। काम की अधिकता के कारण वह यह काम नहीं कर पाए। भविष्य में योजना बनाकर यह काम किया जाएगा।'
सुधांशु तिवारी, थाना प्रभारी नयागांव (मध्य प्रदेश)
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'अपराध को देखते हुए दुकानदारों का वेरीफिकेशन बहुत जरूरी है इस काम को जल्द कराया जाएगा। अभियान चलाकर पटरी दुकानदार एवं मठ-मंदिरों में रहने वाले साधुओं आदि की पहचान की जाएगी।'
बलवंत चौधरी, अपर पुलिस अधीक्षक चित्रकूट (उत्तर प्रदेश)