तीन माह से वेतन को तरसे सफाई कर्मी
जागरण संवाददाता चित्रकूट नगर को साफ व स्वच्छ रखने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले सफाई
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : नगर को साफ व स्वच्छ रखने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले सफाई कर्मी के सामने भूखों मरने की नौबत है। तीन माह से उन्हें मानदेय नहीं मिला है। उनके परिवार इस समय जबरदस्त आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
नगर पालिका चित्रकूटधाम कर्वी के 25 वार्ड में सफाई व्यवस्था के लिए 30 नियमित कर्मियों के समेत 198 सफाई कर्मचारी लगे हैं। जिसमें 125 ठेका और 43 संविदा कर्मी है। ये कर्मी तीन माह से मानदेय व वेतन के लिए जूझ रहे हैं, जबकि कोरोना काल में इसके ऊपर अतिरिक्त जिम्मेदारी है। दो शिफ्ट में सफाई, संचारी रोग विशेष सफाई अभियान आदि चल रहे हैं। भुगतान को तरस रहे ये कर्मचारी विरोध करने पर निकाले जाने से डरते हैं। ऐसे में ये अपने अधिकारी से तो कई बार वेतन व मानदेय के लिए कह चुके हैं, लेकिन खुल कर विरोध नहीं कर रहे। एक सफाई कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन दिनों हम लोगों का परिवार बेहद आर्थिक संकट में है। काम करने के बावजूद भुगतान नहीं मिल रहा। कुछ कहेंगे तो नौकरी भी चली जाएगी। सफाई निरीक्षक कमलाकांत शुक्ल ने कहा कि राज्य वित्त से सभी को वेतन व मानदेय मिलता था, लेकिन उसमें कटौती होने से दिक्कत थी। अब 14 वें वित्त से व्यवस्था की जा रही है। दो चार दिन में सभी को वेतन व मानदेय मिल जाएगा।