प्रदेश के आकांक्षी जिलों में चित्रकूट नंबर वन
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: स्वास्थ्य एवं पोषण के मामले में जिले की रैं¨कग सुधर रही है। प्रदे
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: स्वास्थ्य एवं पोषण के मामले में जिले की रैं¨कग सुधर रही है। प्रदेश के आकांक्षी जिलों में चित्रकूट पहले पायदान है। जबकि भारत में जिले को बारहवां नंबर मिला है। नीति आयोग ने अपनी डेल्टा रैं¨कग में यह घोषणा की है। स्वास्थ्य महकमा, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी जिले को पूरे भारत में नंबर एक की श्रेणी में लाने के लिए प्रयासरत हैं।
प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों में शामिल चित्रकूट के विकास पर केंद्र और प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। सरकारों का शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण सहित तमाम ¨बदुओं पर फोकस है। हर महीने नीति आयोग की टीम यहां आकर विभिन्न विभागों में पहुंच कर उसकी जमीनी हकीकत देखकर उसे और सु²ढ़ करने के लिए दिशा निर्देश संबंधित को देती रहती है। इसके साथ जिलाधिकारी भी नीति आयोग की टीम के निर्देशों का शत प्रतिशत कार्यान्वयन कराने के लिए प्रयासरत हैं। इधर, हर माह प्रथम बुधवार को सभी उपस्वास्थ्य केंद्रों में सुपोषण मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें कुपोषित बच्चों, महिलाओं व किशोरियों की जांच व उनकी काउंसि¨लग के साथ आवश्यक दवाएं और पोषण सामग्री वितरित की जा रही है। इसके चलते जिले की रैं¨कग में सुधार हुआ है। नीति आयोग की डेल्टा रैं¨कग में प्रदेश के आठ जिलों में स्वास्थ्य व पोषण के मामले में जिला प्रथम स्थान पर है। जबकि भारत के आकांक्षी 115 जिलों में चित्रकूट बारहवें नंबर पर है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम जरूरतमंदों को अच्छी से अच्छी चिकित्सीय सेवाएं देने का काम कर रही है। इसमें और बेहतरी लाने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग व स्वास्थ्य विभाग पूरी मुस्तैदी से प्रयास कर रहे हैं।
डा. राजेंद्र ¨सह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चित्रकूट।