बबुली कोल गिरोह का मनगवां में धावा, पुलिस से मुठभेड़
संवाद सहयोगी मानिकपुर (चित्रकूट) यूपी-एमपी सीमा पर आतंक का पर्याय बने बबुली कोल ने रविवा
संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : यूपी-एमपी सीमा पर आतंक का पर्याय बने बबुली कोल ने रविवार रात मारकुंडी गांव में धावा बोल दिया। दरवाजा न खोलने पर एक परचून दुकानदार के घर फायरिग की। इससे एक युवक घायल हो गया। सुबह गुरसराय जंगल में पुलिस ने गिरोह को घेर लिया। इस दौरान मुठभेड़ में दोनों ओर से 30-30 राउंड गोलियां चलीं। हालांकि घने जंगल का फायदा उठाकर गिरोह के सदस्य भाग निकले। देर शाम तक पुलिस सर्च अभियान में लगी रही।
सतना-मानिकपुर रेलखंड पर टिकरिया रेलवे स्टेशन से महज चार किमी दूरी पर गांव मनगवां है। ग्रामीणों के मुताबिक रविवार रात तकरीबन ढाई बजे नशे में धुत बबुली कोल अपने साले डकैत लवलेश कौल और आधा दर्जन साथियों समेत गांव पहुंचा। यहां उसने खाद्य सामग्री लेने के लिए परचून दुकानदार मोहम्मद हारुन उर्फ राजा बाबू का दरवाजा खटखटाया। पूछने पर खुद को बबुली कोल बताते हुए दरवाजे पर गोलियां मारनी शुरू कर दीं। इससे राजा बाबू का 22 वर्षीय पुत्र आशिफ उर्फ मट्टू घायल हो गया। उसके हाथ और जांघ में गोलियां लगीं। यहां से गैंग ग्राम प्रधान कुसमा देवी समेत दूसरे घरों के बाहर पहुंचा। गिरोह के सदस्यों ने कई हवाई फायरिग कीं और फिर जंगल की तरफ भाग निकले। मारकुंडी थाना प्रभारी मोहम्मद अकरम और एंटी डकैती टीम गांव पहुंची और डकैतों का पीछा शुरू किया। सुबह तकरीबन सात बजे यूपी की मानिकपुर मारकुंडी फोर्स के साथ एसपी मनोज कुमार झा, एएसपी बलवंत चौधरी ने बबुली कोल और गिरोह को गुरसराय जंगल में घेर लिया। दूसरी तरफ से एमपी सतना की बरौधा, मझगवां थानों की पुलिस भी आ गई। तीन घंटे तक पुलिस और गिरोह के बीच ताबड़तोड़ गोलियां चलती रहीं। इससे आसपास के एक दर्जन से अधिक गांवों में दहशत फैल गई। उधर घायल आशिफ को सीएचसी में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने पर उसे सतना रेफर कर दिया गया है। एसपी मनोज कुमार झा ने बताया कि दोनों ओर से तकरीबन 30-30 राउंड फायरिग की गई। पीड़ित परिवार से तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा।