मौतों पर टूटी नींद, पाठा के गांवों में पहुंचीं स्वास्थ्य टीमें
संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : गंदगी व कीचड़ के कारण पाठा के आधा दर्जन गांवों में फ
संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : गंदगी व कीचड़ के कारण पाठा के आधा दर्जन गांवों में फैले संक्रामक रोगों से बुजुर्ग व किशोर की मौत के बाद दैनिक जागरण के मुद्दा उठाने पर शुक्रवार को एसडीएम की अगुवाई में कई स्वास्थ्य टीमों ने डेरा डाल लिया है। इससे पहले दोपहर में एंबुलेंस बुलाने पर मरीज व उसके परिजनों से अभद्रता की जानकारी पर डीएम ने सख्त रुख अख्तियार किया है। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई तय है।
गौरतलब है कि मानिकपुर तहसील के पाठा इलाके में किहुनियां गांव में बुजुर्ग छवि लाल कोल की मौत के साथ आसपास गांवों में डायरिया-बुखार फैलने की खबर दैनिक जागरण ने प्रकाशित की थी। इसके बाद स्वास्थ्य महकमे की टीमें दूसरे दिन पहुंची लेकिन खानापूरी कर लौट गईं। शुक्रवार को किहुनियां, अमचुर नेरुवा, निही चिरैया, जमुनिहाई समेत आधा दर्जन गांवों में करीब 100 से अधिक लोगों के बीमार होने पर लोगों ने एंबुलेंस के लिए स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी दी। इस पर अभद्रता कर कर्मियों ने उनको भगा दिया। यह जानकारी डीएम विशाख जी के पास पहुंची तो उनका पारा चढ़ गया। फौरन एसडीएम मानिकपुर प्रवीण कुमार को इंतजाम कराने के निर्देश दिए। इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश कुमार ¨सह के नेतृत्व में डॉ जहांगीर, डॉ अब्दुल्ला, जीतेंद्र कुमार, कमलेश कुमार, राम निरंजन मिश्र, स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम की टीमों के साथ पहुंच गए। बताया कि मौसम में बदलाव के कारण डायरिया, बुखार, उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े हैं। किहुनियां में 30, अमचुर नेरुवा में 40, निही-चिरैया में 40 मरीज मिले हैं। उनको दवाएं दी जा रही हैं। जल्द बाकी गांवों में भी टीमें भेजकर राहत दिलाई जाएगी।