सितंबर 2022 तक हर घर में पहुंचाएं पानी, काम में लाए तेंजी
जागरण संवाददाता चित्रकूट विधान सभा चुनाव के पहले जिला प्रशासन जल जीवन मिशन को धरातल में उ
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : विधान सभा चुनाव के पहले जिला प्रशासन जल जीवन मिशन को धरातल में उतारने पर जुट गया है। सिलौटा मुस्तकिल ,चांदी बांगर परियोजना व रैपुरा ग्राम समूह पेयजल परियोजना की नियमित तौर निगरानी जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल व एडीएम नमामि गंगे सुनेदु सुधाकरण कर रहे हैं। एडीएम नमामि गंगे ने सोमवार को समीक्षा करते हुए कहा कि सिलौटा व चांदी बागड़ परियोजनाओं को पूर्ण करने की जिम्मेदारी लार्सन एंड टूब्रो नामक कंपनी कार्यदायी संस्था को सौंपी गई है जबकि रैपुरा पेयजल परियोजना को जीवीपीआर नामक कार्यदायी संस्था बनाएगी।दोनों प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया है कि इंटेकवेल, डब्ल्यूटीपी, सीडब्ल्यूआर व ओवरहेड टैंक इत्यादि के लिए भूमि मिल गई है. काम चल रहा है. लेकिन कार्य धीमा है. एडीएम ने कहा कि सितंबर 2022 से पूर्व सभी परियोजनाओं को पूर्ण करके हर घर में पानी पहुंचाना है. यह लक्ष्य नियत समय में पूर्ण हो। किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। देरी पर शासन को पत्राचार कर खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति सहित रिपोर्ट भी भेजी जाएगी। समय से काम पूरा करने को प्रोजेक्ट मैनेजरों ने आश्वासन दिया। इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी करेगी जागरूक
ग्रामीण क्षेत्रों में कई पेयजल परियोजनाएं संचालित है. लोगों को जागरूक व जन सहभागिता बढ़ाए के लिए शासन ने कुछ महत्वपूर्ण एजेंसियों को भी नामित किया है जिसको इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी नाम दिया गया है. जिनका मुख्य कार्य गांव में जाकर के लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक व डोर टू डोर कनेक्शन को प्रेरित करना है. साथ ग्राम कार्य योजना बना के ग्राम जल व स्वच्छता समिति की बैठक कराना और उनके खाता खुलवाना इत्यादि का काम करेगी। ग्राम प्रधान, सचिव व लेखपाल सहयोग करेंगे। जनपद में पांच इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी नामित की गई है।