चुनाव में अराजकता फैलाने वालों पर निगाह
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अराजकततत्वों पर शिकंजा कसा जाने लगा है।
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अराजकततत्वों पर शिकंजा कसा जाने लगा है। पहले चरण में पुराने हिस्ट्रीशीटरों के साथ नए नाम जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। एसपी मनोज कुमार झा के निर्देश पर जिले के सभी थानों में इनका ब्योरा तैयार हो रहा है। लगातार निगरानी के साथ गड़बड़ी की आशंका वालों को जेल भेजा जाएगा ताकि चुनाव के दौरान शांति बनी रहे।
डकैतों संग हिस्ट्रीशीटर बने सिरदर्द
मानिकपुर तहसील के पाठा क्षेत्र से जुड़े 250 गांवों की करीब पौने दो लाख आबादी पर डकैतों का साया मंडराता रहा है। यहां दो दशक पहले तक डकैतों के फरमान पर सांसद, विधायक से लेकर निचले स्तर तक के जनप्रतिनिधि चुने जाते रहे हैं। वर्तमान में भी इनका कई क्षेत्रों में असर है। इसके साथ डकैतों के संरक्षण में पल रहे हिस्ट्रीशीटर भी लोगों को डराते-धमकाते हैं। हालांकि पिछले चुनावों में पाठा में बचे डकैत बबुली और गौरी यादव का कोई खास असर नहीं दिखा।
अब तक 592 हिस्ट्रीशीटर चिह्नित
जिले में अब तक 592 हिस्ट्रीशीटर चिह्नित किए जा चुके हैं। सबसे अधिक कर्वी कोतवाली में 179, पहाड़ी में 80, राजापुर में 74, मऊ में 66, रैपुरा में 56, बरगढ़ में 48, मानिकपुर में 38, बहिलपुरवा में 39 और मारकुंडी में 12 है। पड़ताल के दौरान कुछ नए नाम जुड़ने से संख्या आगे घट-बढ़ सकती है।
किसे बनाते हिस्ट्रीशीटर
- लगातार आपराधिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्ति
- पहले से आपराधिक रिकार्ड व वर्तमान में सक्रिय
- जघन्य घटनाओं के साथ इलाके में दबंगई व दहशत
- क्षेत्र में संबंधित व्यक्ति से लोग अक्सर परेशान हों
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हिस्ट्रीशीटर की समय-समय पर पुलिस पहचान करती रहती है। लोकसभा चुनाव से पहले इन पर विशेष निगाह रखी जा रही है। पुराने के साथ नए चिह्नित किए जा रहे हैं। जल्द इनकी सूची सार्वजनिक की जाएगी ताकि सामाजिक तौर पर भी इन पर दबाव बनाया जा सके।
- मनोज कुमार झा, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट