एडीएम का जिला अस्पताल में छापा, डॉक्टर मिले नदारद
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मंगलवार को जिला अस्पताल में एडीएम ने अचानक छापेमारी की तो पोल ख
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मंगलवार को जिला अस्पताल में एडीएम ने अचानक छापेमारी की तो पोल खुल गई। मौके पर सिर्फ दो चिकित्सक काम करते मिले जबकि बाकी नदारद नजर आए। इससे उनका पारा चढ़ गया। जमकर फटकार लगाने के साथ नाराजगी जताई। भाजपाइयों की शिकायत के बाद यह कार्रवाई हुई। डीएम के निर्देश पर जिला अस्पताल पहुंचे एडीएम को हालात खराब मिले।
मंगलवार सुबह जिला अस्पताल की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक मरीजों की भीड़ लगी थी। इसी दौरान बांदा-चित्रकूट सांसद भैरों प्रसाद मिश्र के प्रतिनिधि सुशील द्विवेदी, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष द्रोणाचार्य द्विवेदी के साथ अपने किसी परिचित का उपचार कराने पहुंच गए। यहां पर चिकित्सकों के अपने चेंबर में न होने से मरीजों व तीमारदारों को परेशान देखकर सांसद प्रतिनिधि सीधे डीएम विशाख जी. को फोन कर हकीकत बताई। इसके कुछ देर बाद डीएम के निर्देश पर एडीएम गणेश प्रसाद ¨सह जिला अस्पताल पहुंच गए। वहां प्रभारी सीएमएस डा. पीडी चौधरी व डा. रत्ना द्विवेदी अपने-अपने चेंबर पर नजर आए जबकि बाकी नदारद थे। एडीएम के पहुंचने की जानकारी मिलने पर इधर-उधर घूम रहे चिकित्सक व कर्मचारी भी फौरन अपने-अपने चेंबरों में पहुंच गए। इसके बाद दो काउंटर पर भीड़ को बांट कर चिकित्सकों से परामर्श दिलाया गया। एडीएम ने प्रभारी सीएमएस से कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि दोबारा ऐसी स्थिति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बार-बार चेतावनी पर सुधार नहीं
जिला अस्पताल में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. महेंद्र ¨सह से लेकर सांसद, विधायक व डीएम खामियां सुधारने की हिदायत दे चुके हैं लेकिन अब तक कोई बदलाव नहीं आया है। मंगलवार को सांसद प्रतिनिधि के पहुंचने के बाद भी वही स्थिति नजर आई। इससे साफ है कि स्वास्थ्य महकमे के अफसरों पर किसी की चेतावनी का कोई असर नहीं है। एडीएम ने बताया कि अब चेतावनी नहीं सीधे कार्रवाई की जाएगी।