सुहागिनों का महापर्व हरितालिका तीज कल, तैयारी पूरी
पति के दीर्घायु व सुख समृद्धि की कामना के लिए की जाने वाली हरितालिका तीज व्रत की खरीदारी के लिए बाजार में महिलाओं की काफी भीड़ रही। दो सितंबर सोमवार को होने वाले तीज व्रत के लिए पूजन सामग्री के साथ ही सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर जहां महिलाओं की कतार लगी रही वहीं मेंहदी लगवाने की होड़ में भी इनकी लंबी लाइन देखी गई।
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : पति के दीर्घायु व सुख समृद्धि की कामना के लिए की जाने वाली हरितालिका तीज व्रत की खरीदारी के लिए बाजार में महिलाओं की भीड़ रही। दो सितंबर सोमवार को होने वाले तीज व्रत के लिए पूजन सामग्री के साथ ही सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर जहां महिलाओं की कतार लगी रही वहीं मेंहदी लगवाने की होड़ में भी इनकी लंबी लाइन देखी गई। पूजा सामग्री वाले दुकानों पर तो तिल रखने की जगह नहीं थी।
नारी के सौभाग्य की रक्षा करने वाले इस व्रत को सौभाग्यवती स्त्रियां अपने अक्षय सौभाग्य और सुख की लालसा के लिए श्रद्धा, लगन और विश्वास के साथ करती हैं। शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए मां पार्वती ने इस व्रत को रखा था, इसलिए इस पावन व्रत का नाम हरितालिका तीज रखा गया है। इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां नए लाल वस्त्र पहनकर, मेंहदी लगाकर, खूब श्रृंगार करती हैं और शुभ मुहूर्त में भगवान शिव और मां पार्वती जी की पूजा करती हैं। इस पूजा में शिव-पार्वती की मूर्तियों का पूजन किया जाता है और हरितालिका तीज की कथा सुनी जाती है। माता पार्वती पर सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। कहा जाता है कि हरितालिका व्रत विधि पूर्वक करने वाली महिलाओं के सौभाग्य की रक्षा स्वयं शिव करते हैं। तीज व्रत को लेकर सुहागिन महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। खरीदारी करने के कारण बाजार में दिनभर भीड़-भाड़ देखी गई। फल की दुकानों से लेकर प्रसाधन की दुकानों तक केवल महिलाएं ही खरीदारी करती नजर आईं।