गलत नीतियों से ईट उद्योग पर संकट गहराया
ईंट निर्माता समिति की बैठक मंगलवार को नगर स्थित कैंप कार्यालय में हुई। इसमें संगठन सहित तमाम ¨बदुओं पर चर्चा की गई। साथ ही हक और अधिकार को आवाज बुलंद करने की रणनीति बनाई। कहा केंद्र व प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण ईंट उद्योग पर संकट के बादल छा गए है।
जागरण संवाददाता, चंदौली : सरकार की गलत नीतियों के चलते ईट उद्योग पर संकट गहराता चला जा रहा है। इस बाबत ईंट निर्माता समिति की बैठक मंगलवार को कैंप कार्यालय में हुई। इसमें संगठन सहित तमाम ¨बदुओं पर चर्चा की गई। साथ ही हक और अधिकार को आवाज बुलंद करने की रणनीति बनाई। कहा केंद्र व प्रदेश सरकारो की गलत नीतियों के कारण ईंट उद्योग पर संकट के बादल छा गए हैं। ऐसे में सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा, तभी संकट से उबर पाएंगे।
वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष रतन कुमार श्रीवास्तव ने कहाकि ईट उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। इस प्राचीन उद्योग को केंद्र व प्रदेश सरकारे बंद करने का कुचक्र रच रही हैं। भिन्न-भिन्न तरीकों से उद्योग बंद करने को बाध्य किया जा रहा है। कहा सरकार का यह आदेश है कि सरकारी कार्यों में फ्लाई ईट लगेगी और इसमें लाल ईट का प्रयोग नहीं होगा। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार ईट भट्ठा बंद करना चाहती हैं। इसका पुरजोर तरीके से विरोध करने को ईट निर्माता समिति के सदस्य तैयार रहें। 24 सितंबर को इसके विरोध में लखनऊ में विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की जरूरत है। जिला उपाध्यक्ष ओपी ¨सह ने कहा ईट समिति के सदस्य करो या मरो के लिए तैयार रहें। इस दौरान मंगला ¨सह, अखिलेश ¨सह, रामजनम मास्टर, शिव कुमार मौर्य, अफजल खां, मंशा यादव, ¨पटू ¨सह, सुधीर ¨सह आदि उपस्थित थे। संचालन अशोक ¨सह ने किया।