मजदूरों को मिला रोजगार, मायूस चेहरे खिले
आलमपुर गांव के बाहा की मनरेगा योजना के तहत खोदाई शुरू करा दी गई है। लॉकडाउन में बेरोजगार पड़े मजदूरों को रोजगार मिलने से उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। लेकिन कार्यस्थल पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं होने से कोरोना का भय भी सताने लगा है। मजदूर शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे।
जासं, ताराजीवनपुर (चंदौली): आलमपुर गांव के बाहा की मनरेगा योजना के तहत खोदाई शुरू करा दी गई है। लॉकडाउन में बेरोजगार पड़े मजदूरों को रोजगार मिलने से उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। लेकिन कार्यस्थल पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं होने से कोरोना का भय भी सताने लगा है। मजदूर शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे। आलमपुर गांव में ग्राम प्रधान श्याम नारायण यादव व ग्राम विकास अधिकारी राम सिंह की देखरेख में बाहा की खोदाई का कार्य शुरू कराया गया। 150 मजदूर काम में लगे हुए हैं। गांव में ही रोजगार मिलने से उनके चेहरे पर साफ खुशी झलक रही है। महिला श्रमिकों को भी काम मिला है और वह दो जून की रोटी का जुगाड़ कर पा रही हैं। ग्राम प्रधान श्याम नारायण यादव ने बताया कि गांव में मनरेगा का कार्य शुरू होने से मजदूरों को काम मिलने लगा है। युद्ध स्तर पर कार्य कराया जा रहा है। ध्यान रखा जा रहा है कि लोग शारीरिक दूरी का पालन करें।
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मनरेगा से सड़क का निर्माण
जासं, कमालपुर (चन्दौली) : धानापुर विकास खंड के ग्राम पंचायत बभनियाव में मनरेगा के तहत सड़क निर्माण का काम शुरू करा दिया गया है। 100 से ज्यादा श्रमिक शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कार्य कर रहे हैं। ग्राम पंचायत अधिकारी मिथिलेश सिंह ने बताया की सरकार का आदेश है की गांव में लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जाए।