Move to Jagran APP

शराब की दुकान खोलने पर आधी आबादी ने जताया विरोध

वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत में ही सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की छूट दे दी। सरकार के इस निर्णय के पीछे भले ही राजस्व बढ़ोतरी

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 06:02 PM (IST)Updated: Thu, 07 May 2020 06:02 PM (IST)
शराब की दुकान खोलने पर आधी आबादी ने जताया विरोध
शराब की दुकान खोलने पर आधी आबादी ने जताया विरोध

जासं, ताराजीवनपुर (चंदौली) : वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत में ही सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की छूट दे दी। सरकार के इस निर्णय के पीछे भले ही राजस्व बढ़ोतरी हो लेकिन महिलाएं इसके खिलाफ हैं। डा. भूमिका शर्मा ने कहा अभी इस महामारी से लड़ने के लिए और ज्यादा सक्रियता दिखाते हुए घरों में कैद रहने व लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखने की जरूरत है लेकिन सरकार द्वारा मदिरा की दुकानों को खोलकर इतने दिनों की मेहनत पर पानी फिरने की संभावना है। कोरी निवासी इंद्रावती यादव ने भी असहमति जताई। कहा अभी कुछ दिनों तक और सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए थी। जिस तरह से शराब की दुकानों पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो रही है। इससे लोगों के मन में महामारी के फैलने का भय बढ़ गया है। सोनी शर्मा ने कहा पूरा विश्व कोविड-19 के चपेट में है। राष्ट्रों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो गई है। लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं। खाने को मोहताज हैं। घरों से निकल कर अपने कार्य को शुरू करने के लिए परेशान हैं। ऐसे में शराब की दुकानों पर लोगों की भीड़ चिता का विषय है। गरीब परिवारों की स्थिति पहले ही काफी दयनीय हो चुकी है। ऐसे में शराब की दुकानों को खोलकर गरीब परिवारों के सामने एक नया संकट पैदा कर दिया गया है। सरकार को इस विषय पर पुन: विचार करना चाहिए। अनीता यादव ने कहा कि सरकार को शराब की दुकानों को बंद कर देना चाहिए।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.